इसी प्रयास को आगे बढ़ते हुए और कोरोना के लिए निर्दिष्ट सरकारी नियमों का अनुसरण करते हुए श्री जगन्नाथ आश्रम, धर्मशाला द्वारा 1 अक्टूबर को कृष्ण बलराम भव्य शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। इस यात्रा का आयोजन गत 10 वर्षों से बहुत ही धूमधाम से किया जा रहा है। देश विदेश से यथा स्पेन, बुल्गारिया, अमेरिका, आर्मेनिया, आर्जेंटिना, लंदन आदि से आए हुए भक्तों ने इसमें उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी भक्तों ने पहाड़ों की सुंदर वादियों को सुमधुर हरिनाम, आकर्षक नृत्य,गीता ग्रन्थ और प्रसाद से आप्लावित कर दिया।
इस विनम्र प्रयास के एकल प्रेरणा स्रोत शील प्रभुपाद जी के वरिष्ठ शिष्य, परम पूजनीय श्रीमद् सुभग स्वामी जी महाराज है। दर्शकों को संबोधित करते हुए महाराज जी ने बताया कि भारत एक पुण्यभूमि है। देश विदेश से लोग यहां आकर आध्यात्म सीखते है इसलिए भारत विश्व गुरु भी कहलाता है। भगवान के दिव्य संदेश सुनने से हम जीवन के दुखों से मुक्ति प्राप्त कर सकते हैं और सब कुछ मंगल हो सकता है। शोभा यात्रा में एसडीएम भी पधारे जिन्होंने भगवान की आरती की और महाप्रसाद ग्रहण किया।