आवाज़ ए हिमाचल
गोपालदत्त शर्मा ( राजगढ़ )
29 सितंबर । राजगढ़ के जालग गांव की हेरिटेज संस्था द्वारा हाब्बी मान सिंह कला केंद्र, जालग में लोक उत्सव का आयोजन किया गया। कोरोना महामारी की पाबंदियों के कारण इस लोकोत्सव का आयोजन कोरोना महामारी के नियमों का पालन करते हुए आनलाईन किया गया । ऑनलाइन उत्सव का शुभारंभ राष्ट्रपति से सम्मान प्राप्त साहित्यकार एवं लोक कलाकार विद्यानंद सरैक द्वारा किया गया। लोक उत्सव के प्रथम दिवस में लोकनाटय “पांजो भाई रा झाझड़ा”का मंचन किया गया जिसमे नाटी व लघु नाटिका के माध्यम से लोगों को इस प्राचीन संस्कृति से अवगत कराया गया इसमें कार्यक्रम के मुख्य पात्रों में राम लाल वर्मा, गोपाल हाब्बी, संदीप, अमीचंद, चमन आदि तथा सरोज अनुजा, सुनपति, लक्ष्मी आदि महिला कलाकारों ने भाग लिया।
उत्सव में सुप्रसिद्ध लोक गायक धर्मपाल चौहान, राम वर्मा, सोना व लक्ष्मी, गोपाल, कृष्ण, मुकेश, रमेश, अमन आदि कलाकारों ने लोक उत्सव में लोकनाटय के गीतों के गायन व वादन कर अपनी कला कौशल से लोकोत्सव को जनाकर्षण बनाया। लोक उत्सव के शुभारंभ समारोह के मुख्य अतिथि विद्यानंद सरैक ने संबोधन में कहा कि आज के समय में जब युवा पीढ़ी का रुझान पाश्चात्य संस्कृति की ओर बढ़ रहा है और हमारे पुराने लोकनाटय विलुप्त होते जा रहे हैं ऐसी स्थिति में हेरिटेज सोसायटी द्वारा लोक उत्सव का आयोजन कर और उसका ऑनलाइन प्रसारण कर हमारे लोकनाटय स्वांगों का आम जनमानस के लिए प्रदर्शन करना एक सराहनीय कार्य है।
आज कोरोना महामारी के चलते लोक कलाकार काफी अरसे से अपने घरों में ही है और उन्हें अपनी प्रस्तुति देने का अवसर बहुत कम मिल रहा है ऐसी स्थिति में भी हेरिटेज का इस लोक उत्सव का आयोजन करना एक बहुत अच्छा प्रयास है। क्षेत्र के लोक कलाकार अपने संबोधन में हेरिटेज सोसाइटी को इस लोक उत्सव के आयोजन के लिए बधाई दी और कलाकारों से आग्रह किया कि अपने पारंपरिक लोकगीतों लोक नृत्यों व लोकनाट्यों की ओर अपने रुचि बढ़ाएं और एक लोक कलाकार होने के नाते इन विधाओं के संरक्षण के लिए अपना योगदान देते रहें।