आवाज़ ए हिमाचल
28 सितम्बर। कोरोना की दूसरी लहर में दवा दुकानदारों से लेकर एंबुलेंस संचालकों और प्राइवेट लैब वालों से लेकर मेडिकल उपकरण बेचने वालों तक ने मानवता को जमकर शर्मसार किया। जब लोग अपनों की जान बचाने की गुहार लगा रहे थे, तो तमाम जिम्मेदारों ने लाचार मरीजों से जमकर वसूली की गयी । वसूली तय बल्कि तय कीमत से 500 गुना ज्यादा तक वसूल कर मरीजों और उनके घरवालों को अधमरा कर दिया।
कम्युनिटी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल ने देश के 389 जिलों में सर्वे कर एक ऐसी रिपोर्ट तैयार की है जिसे पढ़ कर देश के लोग शर्मसार हो जाएंगे। लोकल सर्किल की रिपोर्ट बताती है कि देश में कोविड की दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा एंबुलेंस के नाम पर वसूली की गई। रिपोर्ट के अनुसार 70 फीसदी लोगों का कहना है कि एंबुलेंस के लिए उनसे ओवर चार्जिंग हुई।
एंबुलेंस के लिए सर्वे करने वाली टीम के आंकड़ों के अनुसार 50 प्रतिशत लोगों से एंबुलेंस के लिए तय किए गए किराए से 500 फीसदी तक ज्यादा चार्ज वसूला गया। सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार 18 फीसदी लोग ऐसे थे, जिन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर और ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर की कीमत तीन सौ से चार सौ गुना तक वसूली गईं।
इस सर्वे के दौरान लोगों ने बताया कि जो चाइनीज कंसन्ट्रेटर 30 से 35 हजार के थे उसके लिए ज़रूरतमंदों ने एक लाख रुपये तक खर्च किये। जबकि 200 से 300 रुपये वाले ऑक्सीमीटर के लिए दुकानदारों ने मरीजों व् जरूरतमंदों से डेढ़ हजार से तीन हजार रुपये तक वसूल किए थे ।