आवाज़ ए हिमाचल
प्रीती ( धर्मशाला )
24 सितम्बर । आल इंडिया फैडरेशन ऑफ आँगनवाड़ी वर्करज एंव हैल्परज (सम्बन्धित सीटू) आंगनवाड़ी कर्मियों की मांगों को लेकर आज शुक्रवार को पूरे देश में एक दिवसीय हड़ताल की गई अखिल भारतीय फैडरेशन एंव यूनियन की राज्य कमेटी के आहवान् पर आज पूरे हिमाचल प्रदेश के साथ साथ जिला कांगड़ा में भी, सीटू से सम्बन्धित सभी बाल विकास परियोजनाओं में आंगनवाड़ी वर्कर व हैल्पर हड़ताल पर रहे और जिला के सभी केन्द्र को बन्द रख कर अपनी मांगों के समर्थन में महिला आंगनवाड़ी कर्मी धर्मशाला जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया गया।
केन्द्र व राज्य सरकारें लम्बे समय से आंगनवाड़ी वर्करज व हैल्परज की मांगों के प्रति संवेदनहीन रवैया अपनाए हुए हैं और लम्बे समय से इनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा 45वें एंव 46वे भारतीय श्रम सम्मेलन ने आगनवाड़ी वर्करज व हैल्पर की सेवा शर्तों को बेहतर बनाने के लिए जो सिफारिशें की हैं, उन्हें सरकार लागू नहीं कर रही उन्हें आई.सी.डी.एस विभाग को निजीकरण की ओर धकेलने पर केन्द्र व प्रदेश सरकार आमादा है। जिस से आने वाले दिनों में इनके रोजगार पर छंटनी की तलवार लटकने लगी है।
सरकार के आंगनवाड़ी कर्मी विरोधी रवैये को देखते हुए स्पष्ट हो जाता है कि करोना काल में आंगनवाड़ी कमियों से संवाद करते हुए देश के प्रधानमन्त्री ने जो कुछ भी टी.वी. पर कहा था उनकी नीतियां उस से उल्ट है। इसी तरह प्रदेश के मुयमन्त्री ने कुछ समय पहले शिमला में यूनियन नेताओं को नर्सरी के पद आंगनवाड़ी कर्मियों इताल के समय, से ही भरने का जो आश्वासन दिया था, उससे वे पीछे हटते नजर आ रहे हैं। सरकार की कथनी करनी के इस अन्तर को ले कर महिला कर्मियों में भारी रोष व्याप्त है जिसे आज की हड़ताल में साफ देखने को मिला आंगनबाड़ी कार्यकर्ता लज्या ठाकुर ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री व देश के प्रधान मंत्री को ज्ञापन सौंप कर उनकी मांगों को पूरा करने की आवाज बुलंद की है।