आवाज ए हिमाचल
प्रीति,धर्मशाला
17 सितंबर।उपायुक्त कांगड़ा डॉ.निपुण जिंदल ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कार्यान्वित की जा रही वन स्टॉप सेंटर योजना(सखी) महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। किसी महिला के साथ मारपीट, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न या अन्य कोई घटना होती है तो वन स्टॉप सेंटर के माध्यम से पीड़ित को न्याय दिलाया जाता हैै।
उपायुक्त डॉ.निपुण जिंदल आज एनआईसी सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ वन स्टॉप संेटर बैठक की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे।
इस दौरान उपायुक्त ने महिलाओं से जुड़े हुए महिला उत्पीड़न, घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न इत्यादि मामलों के बारे में चर्चा की और मामलों के शीघ्र निपटारे के निर्देश दिये।
उपायुक्त ने बताया कि वन स्टॉप सेंटर के अन्तर्गत सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को अधिकतम पांच दिन तक अस्थायी आश्रय, पुलिस-डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउन्सलिंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होंने बताया कि वन स्टॉप सेंटर योजना के तहत कांगड़ा जिला में 18 महिलाओं को कानूनी सहायता, सात को चिकित्सा सहायता, 14 पुलिस सहायता, 19 मनोवैज्ञानिक सामाजिक परामर्श तथा छः को रहने के लिए आश्रय दिया गया है।
उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार की सहायता के लिए वन स्टॉप सेंटर-हेल्पलाइन नम्बर 01892-227115 या केन्द्रीय प्रशासक के मोबाइल नम्बर 78072-42057 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।