16 सितम्बर। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने देश के 13 हवाई अड्डों के निजीकरण का फैसला किया गया है जिनमें गगल हवाई अड्डे का नाम भी शामिल है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण सिविल हवाई अड्डा गगल के निदेशक किशोर शर्मा ने बताया कि देश के छह बड़े हवाई अड्डों और सात छोटे हवाई अड्डों के निजीकरण करने का फैसला लिया गया है।
घाटे में चल रहे छोटे हवाई अड्डों को बड़े हवाई अड्डों से जोड़ा गया है। गगल हवाई अड्डे को अमृतसर हवाई अड्डे के साथ जोड़ा जाएगा। उनको सरकारी लेन-देन को क्लीयर करने के आदेश मिले हैं। निजीकरण की प्रक्रिया मुख्य कार्यालय में चल रही है। जैसे ही प्रक्रिया पूरी हो जाएगी तो गगल हवाई अड्डे को भी कंपनी के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण के बीच उसे निजी हाथों में देने के प्लान से प्रदेश में नया विवाद छिड़ गया है। सताधारी दल भाजपा के नेता इस मामले में अनभिज्ञता जता रहे हैं और विस्तारीकरण के लिए केंद्र फायनांस कमीशन से 400 करोड़ रुपए चिन्हित होने की बात कर रहे हैं।