आवज़ ए हिमाचल
8 सितम्बर। सांस्कृतिक टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए घाटी के युवाओं ने केलांग में य हिमाचल प्रदेश का पहला मड हाउस संग्रहालतैयार कर दिया है। करीब 80 साल पुराने मड हाउस का जीर्णोद्धार कर इसे संग्रहालय में तबदील किया गया है। इसमें कई सालो पहले जनजातीय लोग जिन रोजमर्रा की वस्तुओं का इस्तेमाल करते थे उन्हें संभाल कर रखा गया था।
संग्रहालय में रोजमर्रा की कई ऐसी वस्तुएं रखी हैं और जिनके नाम आज की युवा पीढ़ी भूल चुकी है। डुक्पा संप्रदाय के अवतारी लामा थुकसे रिंपोंछे ने इस संग्रहालय का शुभारंभ करके पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। संग्रहालय में आठ कमरे हैं। 70 वर्षीय अंगरूप ने पूर्वजों के इस घर को संग्रहालय के लिए दान किया है।
वहाँ के लोगो का कहना है कि लद्दाख में पुरातन धरोहरों को संरक्षित कर जिस तरह से टूरिज्म को बढ़ावा दिया जा रहा है, उससे प्रेरित होकर उन्होंने लाहौल में भी मड हाउस संग्रहालय शुरू करने का मन बनाया है । वहाँ के लोगो ने कहा कि जनजातीय इलाकों में भी विकास के साथ लोग अपनी परंपरा और संस्कृति से भूलते होते जा रहे हैं। इस तरह की पहल सांस्कृतिक पर्यटन के लिए वरदान साबित होगी।