आवज़ ए हिमाचल
3 सितम्बर । देश में वैक्सीन रिसर्च व जीवनरक्षक दवाओं का उत्पादन करने वाले 116 वर्षों से केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली का नाम बदलने पर बरहाल रोक लग गई है। इस रोक को महानिदेशक स्वास्थ्य द्बारा लगाया गया है। केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली का नाम बदलने पर मंथन किया जा रहा है।
इस संस्थान का नाम बदलने के पीछे कई कारण बताय जा रहे थे। इनमें बड़ा कारण संस्थान वैक्सीन का अनुसंधान ही नहीं बल्कि वैक्सीन विनिर्माण, प्रशिक्षण देना व कोविड सैंपलिंग की जांच भी शामिल थी।