आवाज ए हिमाचल
2 सितंबर: कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी ) जिला कांगड़ा का 15वां जिला सम्मेलन महाराणा प्रताप भवन पालमपुर में सम्पन्न हुआ जिस में पार्टी के राज्य सचिव डा. औंकार शाद, राज्य सचिवालय सदस्य प्रेम गौतम व राज्य सचिवालय सदस्य कुषाल भारद्वाज विषेष रूप से उपस्थित रहे। सम्मेलन की अध्यक्षता डा. एम.एस.दत्तल, सतपाल सिंह व जगदीश जग्गी ने की। इस सम्मेलन में जिला कांगड़ा की भिन्न भिन्न पार्टी ब्रांचों से चुने गए डेलीगेटों ने भाग लिया। सम्मेलन का उद्घाटन राज्य सचिव डा. औंकार शाद ने किया ।अपने उद्घाटन भाषण में उन्हांने अर्न्तराष्ट्रीय व राष्ट्रीय परिस्थितियों पर चर्चा करते हुए केन्द्र सरकार की आम जन विरोधी नीतियों की जमकर निन्दा की। जिन के जरिए सरकार मेहनतकश जनता, खासकर मजदूर किसान पर हमले कर रही है, उन्होंने केन्द्र व प्रदेश की भाजपा सरकारों की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए चेतावनी दी कि अगर इन सरकारों ने अपना किसान व मजदूर विरोधी रवैया नही छोड़ा तो पार्टी के नेतृत्व में किसान मजदूर देश भर में चलाए जा रहे प्रतिरोध आन्दोलनों को और तेज करेंगे।
पार्टी के जिला सचिव अशोक कटोच ने पार्टी की पिछले तीन सालों की गतिबिधियों की रिपोर्ट व आने वाले तीन सालों में जिला में पार्टी का काम बढ़ाने के लिए आन्दोलन की रूपरेखा, सम्मेलन के समक्ष रखी। जिस पर सम्मेलन में आए डैलीगेटों ने गहन चर्चा के बाद रिपोर्ट को सर्वसम्मति से पारित कर दिया । सम्मेलन में 14 सदस्यीय जिला कमेटी का चुनाव सर्वसम्मति से किया, जिस ने अगले तीन सालों के लिए फिर से अशोक कटोच को जिला सचिव चुना। कमेटी के अन्य नामों में रविन्द्र कुमार, सतपाल सिंह,जगदीष जग्गी, प्रताप सिंह, डा. एम.एस.दत्तल, केवल कुमार,बाल कृष्ण, धनवीर, शब्बीर खान, हरबन्स लाल,अमन अवस्थी ,कशमीर सिंह व चतर सिंह शामिल है। तीन कृषि कानूनों को वापिस लेने के लिए पिछले 9 महीनों से संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में चल रहे चल रहे किसान आन्दोलन का सम्मेलन ने समर्थन किया।
पार्टी ने हिमाचल में सेब बागवानों की अडानी गुप द्वारा की जा रही लूट के विराध में व सेब के बाजिव दाम दिलाने के लिए किए जा रहे आन्दोलन को भी एक प्रस्ताव के जरिए समर्थन दिया है।
सम्मेलन ने 44 श्रम कानूनों को खत्म करके पूजीपतियों के हित साधने के लिए लाई गई चार सहिंताओं को रद्द कर के पुराने कानूनों की बहाली की मांग भी उठाई। हाल ही में प्रदेश के चाय बागान के सम्बन्ध में विधान सभा में लाया गया बिल, जिस में छोटे बागान मालिकों को निशाना बनाया गया है, को वापिस लेने की मांग पार्टी ने उठाई है। पार्टी ने सम्मेलन में लगातार बढ़ती मंहगाई, बढ़ती बेरोजगारी, लगातार बिगड़ती जा रही स्वास्थय सेवाओं व डिपूओं के राशन में कटौती व बढ़ते दामों व आम जनता विरोधी नीतियों के खिलाफ आन्दोलन को और तेज करने का आहवान किया है। सम्मेलन का समापन राज्य सचिवालय सदस्य प्रेम गौतम ने किया उन्होंने नई जिला कमेटी को शुभकामनांए देते हुए आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में पार्टी जिला कांगड़ा की आम जनता की आकाक्षाओं के अनुरूप काम करने में सफल होगी।