आवाज़ ए हिमाचल
2 सितम्बर। देश में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं इसी माह तीसरी लहर आने की सम्भाबना जताई जा रही इसी के चलते दिल्ली में एक सितंबर से बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं, लेकिन देश में अभी तक बच्चो के लिए टिक्का उपलब्ध नहीं हैं । सरकार के इस फैसले ने विशेषज्ञों, छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच बहस शुरू कर दी है कि बिना वैक्सीनेट के बच्चे स्कूल कैसे जा सकते हैं।
एम्स के डायरेक्ट रणदीप गुलेरिया का कहना है कि भारत में सभी बच्चों को टीकाकरण करने में नौ महीने तक का समय लगेगा, ऐसे में अभिभावकों का कहना हैं की बच्चों के भविष्य के साथ किसी भी तरह का खिलवाड़ नहीं किया जा सकता । बच्चों के विकास के लिए स्कूल खुलना जरूरी है। क्योंकि बच्चों के लिए शारीरिक संपर्क अहम है।