आवाज ए हिमाचल
28 अगस्त: जल शक्ति विभाग शाहपुर मण्डल की अनदेखी और लापरवाही लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ने लगी है। विभागीय पेयजल योजना गन्दा और मटमैला जल उपभक्ताओं के घर पहुंचा रही है जिसके उपयोग से कभी भी आंत्रशोध जैसी भयंकर बीमारी फैल सकती है । विभागीय लापरवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि शिकायत करने के वावजूद भी विभाग ने जल उपभोक्ताओं को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने की कोशिश नहीं की है। यही वजह है कि अब लोग विभागीय कार्यालय व अधिकारियों के घेराव की योजना बनाने लगे हैं । मामला शाहपुर के बंडी कलियाडा क्षेत्र की ओडर पेयजल योजना का है ।
ग्राम पंचायत कल्याडा के पूर्व प्रधान बलबीर चौधरी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में आरोप लगाते हुए कहा है कि इस योजना से पांच गांवों के लोगों को पेयजल दिया जाता है परंतु बार बार के अनुरोध के बाद भी विभागीय अभियंता उनकी समस्या को नजरअंदाज कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि यह जल पीना तो दूर, इससे कपड़े भी नहीं धोये जा सकते । वह कहते हैं कि लोग उसे पीना तो दूर की बात नहाने और कपड़े धुलाई करने से भी बच रहे हैं। बलबीर चौधरी ने विभाग को चेताते हुते कहा है कि यदि जल्दी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो वह ग्रामीणों को लेकर विभाग के कार्यालय का घेराव करने से जरा भी नहीं हिचकिचाएंगे।
दूषित जल बेहद खतरनाक है- डा सन्नी धीमान
यदि दूषित जल पिया जाए तो व्यक्ति के स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है, यह जानने के लिए आवाज ए हिमाचल ने सिविल अस्पताल शाहपुर के वरिष्ठ चिकित्सक सन्नी धीमान से बात की तो उनका कहना है कि दूषित जल सेहत के लिए बेहद खतरनाक है तथा यह स्वास्थ्य पर बुरा असर डालता है । उनका कहना है कि पेट से जुड़ी ज्यादातर बीमारियां जैसे हैजा, डायरिया आदि दूषित पानी पीने से ही होती हैं। इसके अलावा दूषित पानी पीने से टाइफाइड, बुखार भी हो सकता है। ऐसे में पीने का पानी शुद्ध होना जरूरी है। साथ ही भोजन बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी भी साफ होना चाहिए।