आवाज़ ए हिमाचल
स्वर्ण राणा,नूरपुर
25 अगस्त।फोरलेन से प्रभावित होने वाले लोग पिछले 3 वर्षों से सरकार और स्थानीय विधायक के आगे अपनी समस्याएं लेकर गए हैं, लेकिन न तो इनकी बात सरकार ने सुनी और न ही स्थानीय विधायक ने। यह बात बुधवार को जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं नूरपुर के पूर्व विधायक अजय महाजन ने कही।
अजय महाजन ने कहा कि भूमि अधिग्रहण की जो नोटिफिकेशन हुई है उसके तहत फोरलेन प्रभावितों को बहुत कम मुआवजा दिया जा रहा है, जो इन लोगों के साथ अन्याय हैं। उन्होंने कहा कि इस फोरलेन के तहत दिए जाने वाले मुआवजे में इतनी खामियां हैं की आम आदमी उसमें ही उलझ के रह जाए। उन्होंने बताया कि कंडवाल से लेकर 32 मील तक सड़क का निर्माण किया जाना है लेकिन इसी सड़क पर आने वाले कुछ गांव को अन्य सड़क की श्रेणी में डाल दिया गया है जबकि कुछ को नेशनल हाईवे की श्रेणी में डाल दिया है। उन्होंने कहा कि जब मार्ग एक है तो श्रेणियां अलग अलग क्यों है।
इसके साथ ही उन्होंने मुआवजा विसंगतियों को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा की जिस जमीन का भाव सात लाख रुपए प्रति मरला है उसका किस तरह से मात्र 2200 रुपए प्रति मरला मूल्य आंका गया है। उन्होंने कहा इस मसले को लेकर जब लोग वन मंत्री राकेश पठानिया के पास गए थे उस समय उन्होंने भी बड़े जोर शोर से कहा था कि लोगों को एक एक जैसा मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन आज हालात कुछ और बनते नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही इस मसले को सुलझाया नहीं गया तो फोरलेन संघर्ष समिति के साथ कांग्रेस भी संघर्ष करने से गुरेज नहीं करेगी।