आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
02 अगस्त।बिलासपुर जिला के मंदिरों में अब से “नो मास्क-नो दर्शन” नियम लागू होगा ! सोमवार को बिलासपुर जिला में विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यो की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त पंकज राय ने वर्तमान कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए यह फैसला लिया ! उन्होंने लोगों से आहवान किया कि सरकार द्वारा जारी कोविड नियमों का अनुपालन करें। श्री नैना मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालुओं से कहा कि वे सही ढंग से मास्क लगाकर ही मां के दर्शन कर सकते है। उन्होंने अधिकारियों को मंदिर परिसर में “नो मास्क-नो दर्शन” के साइन बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए। इस दौरान अगर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क पाया जाता है तो उसका मौके पर चालान करने के साथ टैस्टिंग भी की जाएगी।
लोक निर्माण विभाग को उन्होंने श्री नैना देवी जी में बनने वाले हैलीपेड की डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए ताकि इसके कार्य को शीघ्र अमलीजामा पहनाया जा सके। उन्होंने कहा कि बिलासपुर के हैलीपेड का कार्य मार्च, 2022 तक पूर्ण कर लिया जाएगा ।
कूड़ा फैंकने के होट-स्पाॅट चिन्ह्ति कर सफाई अभियान चलाएं
उन्होंने सभी उपमण्डलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वो जिला में निरीक्षण कर कूड़ा फैंकने के होट-स्पाॅट को चिन्ह्ति करें। जिला में उन जगहों पर कूड़ा फैंकने वाले लोगों का पता लगाएं तथा उन्हें आगाह करें। इन जगहों को साफ करने के लिए सफाई अभियान चलाएं जिसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों, महिला मण्डलों, युवक मण्डलों, पंचायत सचिवों और पटवारियों को इन सफाई अभियान में शामिल करें।उप निदेशक उच्च शिक्षा को स्कूलोें में ठोस कचरा प्रबंधन को पाठयोतर गतिविधियों के रूप में आरम्भ करने के लिए सम्बन्धित विभाग को कार्य योजना बनाकर शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिला के कुछ स्कूलों में पाइलेट आधार पर ठोस कचरा प्रबंधन को बच्चों के व्यवहार में लाकर आरम्भ करें। उन्हें स्त्रोत पर ही ठोस व तरल कचरे को अलग-अलग करना सीखाएं जिससे ठोस कचरा प्रबंधन को बच्चों के व्यवहार में लाया जा सके और विधार्थियों में बचपन से ही कचरा प्रबंधन के महत्व की समझ रहे और वे अपने जीवन में इसे अपनांए।
नगर परिषद तथा लोक निर्माण विभाग बिलासपुर के अधिकारियों को निर्देश देते हुए उपायुक्त ने कहा कि शहर के विभिन्न पार्कों से तथा मुख्य सड़कों के किनारे घास को तुरंत हटाएं।
इसके साथ ही सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि केन्द्रीय विद्यालय के लिए उपयुक्त भूमी की पहचान करने के कार्य में गति लाएं। उन्होंने कहा कि भूमि उपलब्ध होने से पहले लगभग 15 कमरों की श्रमता वाले वैकल्पिक भवनों की व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि जिला के सभी विधानसभा क्षेत्रों में अस्थायी रुप से केन्द्रीय विद्यालयों को आरम्भ किया जा सके।
उपायुक्त ने सभी उपमण्ड़लाधिकारीयों (ना.) को उनके अधिकार क्षे़त्रों में सड़क किनारे हो रहे अतिक्रमण को शीघ्र हटाने और प्रत्येक उपमड़ल में एक मक डमपिंग स्थल की पहचान करने को कहा।
एसडीएम घुमारवीं को निर्देश दिए कि गांधी चैक घुमारवीं से एसडीएम कार्यालय तक सड़क के दोनों ओर फुटपाथ के निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें।
बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि भगेड़ तथा घुमानी चैक में निर्मित होने वाले शौचालय में साफ-सफाई तथा पानी की उचित व्यवस्था करना भी सुनिश्चित बनाएं इसके लिए व्यापार मण्डल व अन्य संस्थाओं के साथ समन्वय स्थापित करें।
भविष्य में वाॅटर स्पोर्टस करवानी की तलाशी जा रही संभावनाएं
उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए निकट भविष्य में वाॅटर स्पोर्टस की राष्ट्रीय स्पर्धा करवानी की संभावनाएं तलाशी जा रही है। इसके साथ ही लुहणू मैदान सभी खेलों का केन्द्र बिन्दू भी है। इसके विकास व सौंदर्यकरण तथा फैसिंग लगाने के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को योजना बनाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त यहां हाई मास्क लाईट और सीसीटीवी कैमरे लगाने पर भी चर्चा की गई।
नेशनल हाईवे पर ढाबों के आमने-सामने वाहन खडे न करें
उन्होंने कहा कि आए दिन नेशनल हाईवे और अन्य सड़कों पर ढाबों के आस-पास दोनों तरफ वाहन खड़े करने की बजह से जाम लगा रहता है। इसके निवारण के लिए उन्होंने सभी उपमण्डलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नेशनल हाईवे सलापड़ से कीरतपुर व जिला के अन्य व्यस्त मार्गों पर रैस्ट्रोरंट व ढाबों के आस-पास खड़े वाहनों के मालिकों को आगाह करें तथा इसका दोहराव करने पर कानून कार्यवाही करें ताकि ट्रैफिक जाम जैसे स्थिति को रोका जा सके।
बैठक में ये सभी रहे उपस्थित
इस अवसर पर एडीसी तोरुल रवीश, एसडीएम सदर रामेशवर दास, एसडीएम स्वारघाट सुभाष गौतम, सहायक आयुक्त सिद्धार्थ आचार्य, राजस्व अधिकारी देवी राम, लोक निर्माण राजेन्द्र सिंह सहित बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी भी उपस्थित रहे।