आवाज़ ए हिमाचल
02 अगस्त।हिमाचल प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार दोपहर बाद दो बजे से शुरू होने जा रहा है। 2 से 13 अगस्त तक चलने वाले सत्र में कुल दस बैठकें होंगी। पहले दिन पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह और जुब्बल कोटखाई के विधायक रहे नरेंद्र् बरागटा के निधन पर शोकोद्गार प्रस्ताव लाया जाएगा। दो सिटिंग विधायकों के देहांत के शोकोद्गार के बाद सदन की कार्यवाही दूसरे दिन के लिए स्थगित की जाएगी। हालांकि, आगामी उपचुनावों को लक्षित कर मंगलवार से सदन की बैठकों के हंगामेदार रहने के आसार हैं। सोमवार को विधानसभा परिसर में स्पीकर विपिन सिंह परमार ने पत्रकार वार्ता में कहा कि इस मानसून सत्र में 5 व 12 अगस्त गैर सदस्यीय दिवस रखे गए हैं। कोरोना के चलते बजट सत्र में कम बैठकों को पूरा करने के लिए सत्र 10 दिन का रखा गया है। एक वर्ष में न्यूनतम 35 बैठकों का होना जरूरी है। कुल 853 प्रश्न प्राप्त हुए हैं जिनमें से 618 तारांकित व 235 अतारांकित सवाल है। नियम 101 के तहत 4 व 130 के तहत 7 चर्चाएं आई हैं।
उधर, सोमवार सुबह स्पीकर विपिन सिंह परमार ने सर्वदलीय बैठक बुलाकर दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की।रविवार देर रात तक कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनी। भाजपा विधायक दल की बैठक सोमवार शाम को रखी गई है।
परमार ने बताया कि इस बार मुख्यमंत्री से मिलने वाले आगंतुकों को प्रवेश की अनुमति होगी, लेकिन कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा ध्यान रखा जाएगा। थर्मल स्क्रीनिंग व कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना होगा। इस बार भी कोरोना के चलते 1200 की जगह 800 अधिकारियों व कर्मचारियों को पास जारी किए जाएंगे। 300 पुलिस कर्मी तैनात किए गए हैं जो परिसर के बाहर सुरक्षा संभालेंगे। परिसर के अंदर मार्शल और सादे कपड़ों में कर्मचारी तैनात रहेंगे। उन्होंने कहा कि बजट सत्र के दौरान हुए हंगामे के बाद दर्ज की गई एफआईआर को वापस लेने के संबंध में विचार किया जाएगा।
खालिस्तान की मांग करने वालों की धमकी के बीच हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ड्रोन से निगरानी की जाएगी। परिसर में दाखिल होने वाले हर शख्स की जानकारी सुरक्षा कर्मियों के पास रहेगी। इसके अलावा चप्पे चप्पे पर पुलिस कर्मी और सीसीटीवी कैमरे तैनात किए गए हैं।