आवाज़ ए हिमाचल
17 जुलाई।करतार मार्किट शाहपुर के मालिक व समाजसेवी अभिषेक ठाकुर ने बोह के बाद अब शनिवार को शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की खड़ीबहीं में बादल फटने से भूमिहीन हो चुके लोगों को भरियाल में छह -छह मरले जमीन देने का एलान किया है।अभिषेक ठाकुर ने कई किलोमीटर पैदल चल कर ऊपरी खड़ीबही व खड़ीबही में प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।इस दौरान उन्होंने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनका दुख दर्द जाना तथा 16 राशन किट्स व पांच तिरपाल वितरित किए।इस दौरान वरिष्ठ नेता राणा ओंकार सिंह भी साथ थे। लोगों ने बताया कि 12 जुलाई को एका एक आए पानी व मलबे से कई घरों को नुकसान हुआ है,इसके अलाबा चार से पांच लोग मलबे में भी फस गए थे,जिन्हें स्थानीय लोगों द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया।कई लोग घायल भी,जिन्हें आज तक उपचार तक नहीं मिल पाया है।यह सुनते ही अभिषेक ने सात हजार रुपए प्रदान कर घायलों को उचित उपचार करवाने के लिए कहा।अभिषेक ठाकुर ने कहा कि लोग मुसीबत में है।उनके घर तबाह हो चुके है,जमीनें खतरे में है,लेकिन राजनेता इनकी मदद करने की बजाए राजनीति करने में जुटे है।उन्होंने कहा कि हादसे को हुए एक सप्ताह होने को है,लेकिन आज तक पीड़ित परिवारों को फौरी राहत तक प्रदान नही की जा सकी है।घायलों को उपचार तक नहीं मिल पाया है।उन्होंने कहा कि लोगों से पता चला है कि कई परिवार बेघर हो चुके है,उन्हें साथ लगते एक निर्माणाधीन होटल में रखा गया है।इनके भोजन की कोई व्यवस्था नहीं की गई है,जो शर्मनाक है।उन्होंने कहा कि अगर लोग चाहे तो वे उन्हें जमीन देने को तैयार है।उन्होंने लोगों को हरसंभव सहायता देने का अश्वाशन दिया।
इस मौके पर राणा ओंकार सिंह ने कहा कि पीड़ित परिवारों को तुरंत फौरी राहत मिलनी चाहिए थी,लेकिन नेताओं को खुश करने के लिए अधिकारियों ने अभी तक यह राशि उन तक नहीं पहुंचाई।उन्होंने कहा कि लोगों से बातचीत करने पर पता चला है कि यहां नायब तहसीलदार,पटवारी व कानूनगों मौके पर आए थे,लेकिन बाबजूद इसके आज तक फौरी राहत नही दी गई।उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारी पीड़ित परिवारों को सेफ जगह शिफ्ट करने की बजाए क्षतिग्रस्त घरों में रहने के लिए कह रहे थे।प्रशासन की तरफ से अभी तक लोगों को कोई मदद नहीं मिली है।लोग खुद घरों का मलबा हटाने में जुटे है।घायलों को ईलाज तक नहीं मिल पाया है।उन्होंने सरकार से ऐसे लापरवाह अधिकारियों को तुरंत हटाने की मांग की है।उन्होंने कहा कि कई घर ढह गए है।कई घरों में दरारें आ गई है।फसल तबाह हो गई है।जमीन खिसक गई है,लेकिन अभी तक कोई भी बड़ा अधिकारी इनकी सुध लेने के लिए नहीं पहुंचा है।उन्होंने सरकार से मांग की है कि इन पीडित परिवारों को तुरंत राहत दी जाए।