आवाज़ ऐ हिमाचल
28 जून । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने गांव परौंख की धरती को चूम कर माटी को माथे से लगाया। राष्ट्रपति इन दिनों अपने गृह जनपद उत्तर प्रदेश के कानपुर में हैं। यहां वह अपनी जन्मभूमि कानपुर देहात के परौंख गांव पहुंचे। वहां पहुँच कर राष्ट्रपति ने कहा कि मैंने सपने में भी कभी कल्पना नहीं की थी कि गांव के मेरे जैसे एक सामान्य बालक को देश के सर्वोच्च पद के दायित्व-निर्वहन का सौभाग्य मिलेगा लेकिन हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था ने यह कर के दिखा दिया।
अपनी जन्मभूमि अपने गांव पहुंचे राष्ट्रपति भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मैं कहीं भी रहूं मेरे गांव की मिट्टी की खुशबू और मेरे गांव के निवासियों की यादें सदैव मेरे हृदय में विद्यमान रहती हैं।
मेरे लिए परौंख केवल एक गांव नहीं है यह मेरी मातृभूमि है जहां से मुझे आगे बढ़कर देश-सेवा की सदैव प्रेरणा मिलती रही। राष्ट्रपति ने कहा कि मातृभूमि की इसी प्रेरणा ने मुझे हाई कोर्ट से सुप्रीम कोर्ट सुप्रीम कोर्ट से राज्यसभा राजभवन व राजभवन से राष्ट्रपति भवन तक पहुंचा दिया।