आवाज़ ए हिमाचल
11 जून । गंगा में कोरोना संक्रमितों के बहते शवों की तस्वीरें देख देश भर में हाहाकार मच गया है । इसका पता लगाने हेतु जल शक्ति मंत्रालय के ‘नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा’ की तरफ से इसके जांच के निर्देश दे दिए गए हैं कि इस काम का जिम्मा इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सोलॉजिकल रिसर्च लखनऊ संभालेगी । कोरोना संक्रमितों के शवों को गंगा में बहते सबसे पहले बक्सर के घाटों पर देखा गया था।
यही कारण है कि आईआईटीआर एनालिस्ट की टीम ने सबसे पहले बक्सर से ही गंगा के पानी का सैंपल लिया। बक्सर के साथ ही पटना भोजपुर और सारण से भी टीम ने सैंपल लिए हैं। गंगा के पानी में होनेवाले बदलावों की जांच बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड भी करता रहा है। इस बार मामला वायरस से जुड़ा है इसलिए यह काम आईआईटीआर को दिया गया है।