आवाज़ ए हिमाचल
09 जून।शाहपुर के केटलू में कुछ दिन पहले दो भाइयों में आपसी सुलह का कारण बनी टोपीदार बंदूक आखिरकार उन्ही में से एक की जानी दुश्मन बन गई।एक ही कोख से जन्मा भाई दूसरे भाई की जान ले लेगा यह शायद ही कभी किसी ने सोचा था।आज शाहपुर के केटलू गांव में मातम है।मातम इस लिए है,क्योंकि छोटे भाई ने अपने सगे बड़े भाई की गोली मार कर जान ले ली,यानी भाई का हत्यारा भाई बन गया।इस हादसे का कारण कोई जमीन जायदाद नहीं बल्कि एक टोपीदार बंदूक है।पूरे मामले की पड़ताल करने पर हत्या के पीछे नो बजह बनी है वे हैरान करने वाली है।दरअसल जिस बंदूक से यह हादसा हुआ है,वे बंदूक दोनों भाइयों के पिता की थी।पिता के बाद यह बंदूक बड़े भाई रूमी के नाम हो गई,जो छोटे भाई को बिल्कुल भी नहीं अखरी।छोटा भाई अक्सर शराब के नशे में घर आता तथा बंदूक में अपनी हिस्सेदारी बताकर गाली गलौज व झगड़ा करता और यही बजह थी कि दोनों में बातचीत यहां तक की एक दूसरे के यहां आना जाना भी बन्द था।मृतक बड़े भाई को इस बात का काफी पहले आभास हो चुका था,कि अगर बंदूक घर पर रही तो छोटा भाई कुछ भी कर सकता है तथा यही बजह रही कि उन्होंने यह बंदूक थाना में जमा करवा दी।कुछ समय पहले मृतक के बेटे की शादी थी तथा बड़े भाई ने पुरानी तमाम बातों को नजरअंदाज कर छोटे भाई को भी शादी के लिए निमंत्रण दिया।बड़े भाई को अपनी चौखट पर खड़ा देख छोटे भाई ने शादी का निमंत्रण पत्र स्वीकार करने के लिए बंदूक देने की शर्त रख दी।बड़े भाई ने आपसी कलह को खत्म करने के लिए छोटे भाई की बात मान ली तथा बंदूक उसके हवाले कर दी।शादी खत्म होने के बाद सब कुछ ठीक ठाक चल रहा था,लेकिन छोटे भाई का शराब का नशा कर गाली गलौज करना जारी रहा।पिछली रात भी ऐसा ही हुआ।बड़े भाई के दोनों बेटे किसी काम से बाहर गए थे तथा रात को रिस्तेदार के यहाँ रुक गए।घर पर सिर्फ पति,पत्नी व उनकी बहु ही थी।रात को छोटा भाई फिर शराब के नशे में बाहर आया तो उसने गाली गलौज शुरू कर दिया।बड़े भाई ने अपना हक जताते हुए उसे गाली गलौज से रोका तो छोटे भाई ने तैश में आकर बड़े भाई पर बंदूक तान दी तथा फायर कर दिया।छर्रे मृतक की छाती में लगे।इस दौरान मृतक की पत्नी भी घायल हो गई।दोनों को टांडा अस्पताल पहुंचाया गया,जहां चिकित्सकों ने बड़े भाई को मृत घोषित कर दिया,जबकि पत्नी उपचारधीन है पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।