आवाज ए हिमाचल
01 जून। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा है कि यह प्रसन्नता का विषय है कि कोरोना घट रहा है। इसके लिए उन्होंने सरकार और जनता का धन्यवाद किया है। परंतु दोंनो को सावधान करना चाहता हूं कि पाबंदियां घटने के बाद सावधानी में लापरवाही न की जाए। तीसरी लहर आने की आशंका है।उन्होंने जयराम ठाकुर से आग्रह किया कि थोड़ी पाबंदी कम करके परिस्थिति का पूरा आंकलन करें उसी के बाद पाबंदियां कम करें। उन्होंने कहा कि इस महामारी से कई परिवारों में भयंकर आपदा आई है। समाचार पढ़ कर दिल दहल जाता है।
कहीं एक ही परिवार से तीन कमाने वाले चले गए। घर में तीन विधवाएं है आय का कोई साधन नहीं है। कहीं गर्भपती पत्नी का पति चला गया। चार दिन के बाद बच्चा पैदा हुआ। आय का साधन कोई नहीं । प्रदेश में बहुत से परिवारों में कमाने वाले चले गए। परिवार परेशानी में है। सरकार ने अनाथ बच्चों के लिए प्रबंध किया है। उसके लिए उन्होंने सरकार का धन्यवाद किया। लेकिन इसके अतिरिक्त ऐसे अनाथ की तरह के ही बेसहारा परिवारों के लिए प्रबंध करना बहुत आवश्यक हैं। शांता कुमार ने जयराम ठाकुर से विशेष आग्रह किया है कि इस आई आपदा से बेसहारा परिवारों की सहायता के मानवीय काम के लिए विशेष योजना बनाये। आवश्यकता हो तो उसके लिए सम्पन्न लोगों पर टैक्स द्वारा बोझ डाला जा सकता है।
जिससे प्रदेश में कैप्टन संजय पराशर जैसे दानी है उस प्रदेश में ऐसे सभी लोगों से भी सहयोग प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने विशेष आग्रह किया है कि इस महामारी से प्रताड़ित ऐसे बेसहारा परिवारों की सरकार और समाज सब प्रकार की सहायता करें।शांता कुमार ने कहा कि क्या यह अति दुर्भाग्यपूर्ण नही है कि इतने अधिक मातम के बाद भी सरकार को कुछ लोगों को मास्क तक लगाने के चालान करने पड़ रहे हैं। पढ़ कर शर्म आती है। ऐसे समाज के शत्रुओं के चालान नहीं सीधे जेल में डाला जाना चाहिए।