आवाज ए हिमाचल
29 मई। हिमाचल सरकार ने सरकारी तथा प्राइवेट सेक्टर की 22 श्रेणियों को कोरोना वैक्सीन के लिए फ्रंटलाइन वर्कर घोषित कर दिया है। इसमें निजी व सरकारी सभी शिक्षण संस्थानों के समूचे स्टाफ को भी शामिल कर लिया गया है। केंद्र से मिली हरी झंडी के बाद लिए गए इस फैसले का सीधा लाभ हिमाचल प्रदेश के 18 प्लस वैक्सीनेशन ड्राइव को हुआ है। इन 22 श्रेणियों के करीब दो लाख लोगों को केंद्र के खर्चे पर टीका लगेगा। साथ ही इन सभी को प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीनेट किया जाएगा। इसका दोहरा लाभ हिमाचल के उन दो लाख युवाओं को मिलेगा, जो टीकाकरण के इंतजार में कोविन पोर्टल से उलझ रहे हैं।
जाहिर है कि 18 से 44 साल के आयु के बीच के लोगों को राज्य सरकारें अपने खर्च पर टीका लगा रही है। इसके विपरीत 45 प्लस को केंद्र सरकार इस सुविधा का लाभ दे रही है। हिमाचल में 18 प्लस की कैटेगरी में 31 लाख लोगों को टीका लगना है।अब जून महीने में इसी श्रेणी के करीब दो लाख नौजवानों को केंद्र के कोटे से टीका लग जाएगा। इससे कोविन पोर्टल पर कुछ दबाव कम हो जाएगा। इसके चलते प्रदेश के आम नौजवानों को टीका लगवाने में आसानी होगी। इन 22 श्रेणियों के लिए राज्य सरकार ने शुक्रवार को अधिसूचना जारी कर दी है। इसके लिए बाकायदा यह भी स्पष्ट कर दिया है कि इन घोषित श्रेणियों के स्टाफ को कहां से प्रमाण पत्र लेना होगा।