आवाज ए हिमाचल
27 मई। कोरोना महामारी के बीच सरकारी डिपुओं में मिलने वाले सरसों के तेल और दालों के दामों में भारी बढ़ोतरी पर कांग्रेस पार्टी ने सरकार के खिलाफ अक्रामक रूख अख्तियार कर लिया है। जसवां-परागपुर कांग्रेसी नेता एवं पूर्व कामगार एवं कर्मचारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष ठाकुर सुरिंद्र सिंह मनकोटिया ने पीडीएस के तहत डिपुओं से मिलने वाले सस्ते राशन तेल, दालों के मूल्यों में बढ़ोतरी पर आपत्ति जताई।
जसवां-परागपुर कांग्रेसी नेता सुरिंद्र सिंह मनकोटिया ने कहा कि कोरोना महामारी के विकट समय में डिपुओं से मिलने वाले सस्ते अनाज की दरों में बढ़ोतरी से सरकार ने लोगों की कमर ही तोड़ दी है। मनकोटिया ने डिपुओं में मिलने वाले सरसों के तेल में एकमुश्त 57 रुपये की बढ़ोतरी और चने व मलका की दाल में 10 से 18 रुपये की मूल्य वृद्धि को पूरी तरह अनुचित ठहराया है। उन्होंने कहा है कि सरकार का यह निर्णय लोगों के प्रति उनकी संवेदनहीनता को ही दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आज जब प्रदेश में कोरोना महामारी के चलते लोगों के काम धंधे बंद हो गए हैं, लोग बेरोजगार हो गए है, ऐसे में उन्हें बढ़ती महंगाई से राहत दी जानी चाहिए, न कि महंगाई। उन्होंने कहा कि आज जिन कठिन परिस्थितियों में लोग अपना और अपने परिवार का लालन पालन कर रहें है।
उस पीड़ा का भाजपा सरकार को कोई अहसास नहीं है। मनकोटिया ने कहा कि इस महामारी के दौर में सरकार ने लोगों को कोई भी राहत नहीं दी है, उल्टे बिजली, पानी, बस किरायों में वृद्धि कर अपनी तिजोरी भरने में लगी है।मनकोटिया ने प्रदेश में हाल ही में भारी बारिश ओलावृष्टि से किसानों, बागवानों की फसलों को हुए नुकसान का जायजा लेने और उन्हें उचित मुआवजा देने की सरकार से मांग करते हुए कहा है कि प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय से जुड़े सभी होटल कारोबारियों, ट्रांसपोर्टरों को कोई राहत पैकेज दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा है कि सरकार को इस समय अपने सभी अनावश्यक खर्ची पर पूर्ण लगाम लगाते हुए लोगों को इस बढ़ती महंगाई से राहत देनी चाहिए।