आवाज ए हिमाचल
27 मई। हिमाचल में विधायकों को झंडी देने का मामले में बड़ा विवाद। कांग्रेस विधायक गाड़ी पर झंडी लगाने से इन्कार कर रहे हैं। अपनी ही सरकार का खुला विरोध भाजपा के विधायक नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन अंदरुनी तौर पर फैसले पर सवाल जरूर उठा रहे हैं। कांग्रेस वरिष्ठ नेताओं से लेकर युवा नेताओं ने झंडी लगाने से इन्कार कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, कांग्रेस विधायक अनिरुद्ध सिंह ने झंडी लेने से साफ इन्कार कर दिया है। माकपा विधायक राकेश सिंघा ने भी सरकार के फैसले का विरोध किया है। इनका तर्क है कि कोरोना काल में सरकार को लोगों की जान बचानी चाहिए।
वहीं भाजपा के कुछ विधायक भी फैसले को सही नहीं मानते हैं, लेकिन अपनी सरकार के फैसले के खिलाफ कुछ भी बोलने के लिए तैयार नहीं हैं। इनका कहना है कि फैसले को बाद में भी लिया जा सकता है। अब सवाल यह है कि सरकार ने कैबिनेट में यह प्रस्ताव किसकी मांग पर लाया था। जबकि सभी फैसले की कम से कम टाइमिंग से नाराज ही हैं।भाजपा विधायक दल की बैठक हो या फिर विधानसभा के सत्र के दौरान भाजपा व कांग्रेस विधायकों ने ट्रैफिक में फंसने का मसला उठाया था। इसमें तर्क दिया गया था कि कार्यक्रम से लेकर लोगों के बीच में अतिरिक्त समय लगता है। इसलिए झंडी की सुविधा तो दी जानी चाहिए। अधिकारियों से लेकर जिलास्तर के अधिकारियों तक को सुविधा है तो विधायकों को क्यों नहीं। पिछले लोकडॉउन के दौरान विधायकों को बाहर निकलने तक की समस्या का सामना करना पड़ा था।