आवाज ए हिमाचल
विशेष रिपोर्ट
21 मई: कुछ दिन पहले भीषण बारिश व ओलावृष्टि और
वीरवार रात्रि आए भीषण तूफान ने शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के कई स्थानों में तवाही मचाई है । तूफान ने कहीं छत उड़ाई तो कहीं पेड़ उखड़ कर घर के ऊपर गिर गया ।
किसानों की फसल तवाह हुई तो बागवानों के फलदार पौधों से फल झड़ गए । धारकंडी की भितलु पंचायत के चमियारा में हर रोज होती बारिश से किसानों की करीब 150 कनाल भूमि में गेहूं की फसल तवाह हुई है।
कई अन्य जगहों में भी फसल खराब होने के समाचार हैं ।परिणामस्वरूप किसानों और बागवानों को आर्थिक नुक्सान उठाना पड़ा है। अब प्राकृतिक आपदा से दुःखी और लाचार किसान-बागवान सरकार से मदद की उम्मीद में है ।
उद्यान विभाग ने पिछले दिनों भीषण बारिश और ओलावृष्टि से बागवानों को हुए नुकसान का आंकलन कर रिपोर्ट विभागीय उच्च अधिकारियों को भेज दी है। सरकार से इन्हें कितनी राहत और मदद मिलती है, यह कहना अभी कठिन है परन्तु उद्यान विभाग रैत के अधिकारियों व कर्मचारियों की त्वरित कार्यवाही से क्षेत्र के बागवानों में आशा की किरण अवश्य जगी है।
उद्यान विभाग की मानें तो शाहपुर क्षेत्र में कुल 135 बागवानों को बारिश और ओलावृष्टि से नुकसान उठाना पड़ा है । 44.65 हेक्टेयर भूमि (लगभग 1116 कनाल) में लगाए गए फलदार आम,लीची, प्लम, सेब, आड़ू व निम्बू जाती के पौधों से लगभग 206.5 मीट्रिक टन फल बर्वाद हुआ है। इसकी कुल कीमत करीब 33 लाख रुपये आंकी गई है। विभाग ने यह सारी रिपोर्ट अगली कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारियों को भेजी है जिसके जल्दी ही विभागीय निदेशक के शिमला स्तिथ कार्यालय पहुंचने की उम्मीद है । उसी के बाद बागवानों को राहत देने का अंतिम निर्णय लिया जाएगा । वीरवार रात्रि आये तूफान से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए भी विभाग ने तैयारी शुरू कर ली है तथा शीघ्र ही विभागीय अधिकारी-कर्मचारी बागवानों के बगीचों का निरीक्षण कर नुकसान का जायजा लेंगे।