आवाज़ ए हिमाचल
10 नवंबर।हिमाचल प्रदेश में शैक्षणिक संस्थान 15 दिन तक बंद रहेंगे। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए हिमाचल सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों को 11 से 25 नवंबर तक सभी सरकारी और निजी स्कूलों-कॉलेजों, आईटीआई, बहुतकनीकी संस्थानों, इंजीनियरिंग कॉलेजों और कोचिंग संस्थानों के विद्यार्थियों, शिक्षण और गैर शिक्षण स्टाफ के लिए विशेष अवकाश देने का फैसला लिया है।
मंगलवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में आयोजित हुई कैबिनेट की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसके अलावा कैबिनेट ने हिमाचल विधानसभा के शीतकालीन सत्र को भी मंजूरी दे दी है। सात से 11 दिसंबर तक विधानसभा का शीतकालीन सत्र धर्मशाला में होगा।
बता दें प्रदेश में अब तक 103 विद्यार्थी और 135 शिक्षक कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। नौवीं से 12वीं कक्षा के लिए दो नवंबर से प्रदेश के स्कूलों में नियमित कक्षाएं शुरू हुई हैं। इस दौरान मंडी जिला में काफी अधिक संख्या में शिक्षक और विद्यार्थी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
इसके अलावा राजधानी शिमला के स्कूलों में भी कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। स्कूलों में बढ़े कोरोना संक्रमण के मामलों के चलते अन्य जिलों में अभिभावक अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए सहमति पत्र देने से परहेज कर रहे हैं। इसके चलते स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगाने के लिए आने वाले विद्यार्थियों की संख्या बहुत कम हो गई है। इसको देखते हुए सरकार ने दिवाली के दौरान संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया है।
कैबिनेट ने फार्मासिस्ट के 220 पद भरने की भी मंजूरी दी है। पीएचसी और सीएचसी में जितने भी क्लास-4 के खाली पद हैं उन सभी पदों को दैनिक वेतन भोगी आधार पर भरा जाएग। कैबिनेट ने नारकंडा से हाटु प्रोजेक्ट को भी मंजूरी दी है। मंत्रिमंडल ने पांच दिसंबर 2020 को अगला जनमंच को आयोजित करने का निर्णय लिया। इसके अलावा विभिन्न वाहनों पर लगाए जाने वाले टोकन टैक्स को कम करने को भी मंजूरी दी।