आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा, बिलासपुर
20 मई।हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड कर्मचारी यूनियन की प्रदेश कार्यकारणी के आवाहन पर हिमाचल प्रदेश स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड इम्पलाईज यूनियन इकाई बिलासपुर ने वीरवार को समस्त कर्मचारियों के साथ काले बिल्ले लगाकर अपना विरोध दर्ज करवाया। यह विरोध कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार स्टेट इलेक्ट्रीसिटी बोर्ड के कर्मचारियों को फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी मे अधिसूचित न करने व कोविड वैक्सीन के टीके को भी प्राथमिकता के आधार पर न लगाए जाने पर किया। यूनियन प्रधान यशवंत चैहान ने बताया कि यह बीमारी जानलेवा है तथा लापरवाही के कारण समाज में यह तीव्रता से फैल रही है। उन्होने आम जनमानस से भी आग्रह किया है कि वे कोविड नियमों का पालन करें। यशवंत चैहान ने कहा कि मुष्किलों के इस दौर में विद्युत बोर्ड के कर्मचारी भी अपनी जान को हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं। चैबीसों घंटे सेवाएं देने वाले इन कर्मचारियों के प्रति सरकार की बेरूखी समझ से परे हैं। उन्होने कहा कि बोर्ड के कर्मचारियों द्वारा कोरोना वाॅरियर घोषित करने की मांग इसलिए भी जायज है कि इस वर्ग के अधिकांश कर्मचारी फील्ड में अपनी जान को जोखिम में डालकर जनता को राहत देते हैं। उन्होने बताया कि हाल मे अभिषेक (23) जो जूनियर टी. मेट के पद पर उपमंडल बिझड़ी मे कार्यरत था वह इस बीमारी से ग्रस्त हो कर 19 मई को स्वर्ग सिधार गया। इस प्रकार की घटनाओं से कर्मचारियों के मन में भय का पैदा होना स्वाभाविक है। यशवंत चैहान ने अपने जिले की पूरी कार्यकारिणी की ओर से प्रदेश सरकार व बिधुत बोर्ड प्रबंधक वर्ग से जोरदार मांग की कि हिमाचल प्रदेश स्टेट विद्युत बोर्ड के समस्त कर्मचारियों को फ्रंट लाइन कोरोना वॉरियर्स की श्रेणी मे अधिसूचित किया जाये व कोविड वेक्सीन की भी प्राथमिकता के आधार पर लगाया जाये ताकि कर्मचारी, अधिकारी अपने काम का निर्वाह बिना किसी भय से कर सकें तथा सुरक्षा संबन्धित उपकरण भी सभी को उपलब्ध करवाए जाए।