आवाज़ ए हिमाचल
शांति गौतम ,बीबीएन
16 मई।कोरोना महामारी से दिन प्रतिदिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। अब तो यह महामारी दूर दराज गावों में भी दस्तक दे चुकी है। बीबीएन में अन्य राज्यों से रोजी रोटी कमाने आये लोग भी मौत का शिकार हो रहे हैं,और उनका अंतिम संस्कार करने वाला भी उनके घर का कोई सदस्य नहीं मिल रहा है। ऐसा ही एक मामला बददी के ईएसआई अस्पताल में देखने को मिला। जहां देर रात्रि मधुबनी बिहार निवासी 52 वर्षीय शिव शंकर नामक व्यक्ति की कोरोना से मौत हो गई। शिव शंकर झाड़माजरी के निजी उद्योग में कार्य करता था।
कमरे में उसके साथ 30 वर्षीय उसका बेटा रहता है। वह भी कोरोना पोसिटिव होने की बजह से नालागढ़ अस्पताल में भर्ती है। प्रशासन को शिव शंकर का अंतिम संस्कार करवाने में भारी दिक्कतें आ रही थी,इसी बीच आरएसएस के सेवा विभाग को इस बात की जानकारी मिली। उसी समय चार स्वयं सेवक महेश कुमार, राहुल कुमार, हनुमान सिंह, राकेश चौहान शीतलपुर शमशानघाट पहुंचे तथा प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार पीपीई किट पहनकर मृतक की लाश को एम्बुलेंस से निकालकर चिता पर रखा। मुखाग्नि देने के लिए मृत व्यक्ति के कोविड पीड़ित बेटे को प्रशासन की अनुमति से अंतिम समय पर लाया गया तथा कोरोना से हुई मौत को प्रशासन और स्वयं सेवियों ने मिलकर सभी रस्में पूरी की।
इस अवसर पर तहसीलदार मुकेश शर्मा, नप के अध्यक्ष उर्मिला गुरमैल चौधरी, ईओ रणवीर वर्मा, उपाध्यक्ष मान सिंह मेहता, पार्षद तरसेम चौधरी, सोनी प्रधान, संजीव ठाकुर आदि भी मौजूद रहे।