आवाज़ ए हिमाचल
16 मई । एक तरफ शिक्षा में गुणवत्ता को लेकर प्रदेश सरकार काफी बड़े बड़े दावे करती है। दूसरी तरफ राज्य के कॉलेज राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं नैक ग्रेडिंग सुधारने में कोई रुचि ही नहीं दिखा रहे हैं। राज्य के 100 से ज्यादा कॉलेजों ने नैक को वार्षिक गुणवत्ता रिपोर्ट भेजी ही नहीं है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने कॉलेजों को हर साल यह रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर हर पांच साल बाद नैक की टीम ग्रेडिंग के लिए कॉलेजों का दौरा करती है और कॉलेजों को ग्रेड देती है।
हिमाचल प्रदेश उच्च शिक्षा परिषद ने कॉलेजों के लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू किया। इसके बाद यूजीसी ने हाल ही में विभाग को एक सर्कुलर भेजा था, जिसमें नए फॉर्मेट पर यह रिपोर्ट भेजने को कहा गया था। इस साल जिन कॉलेजों की ग्रेडिंग होनी है, उन्हें अब नैक से परमिशन लेनी पड़ेगी। उच्च शिक्षा परिषद ने इन कॉलेजों को कहा कि वह नैक को पत्र लिखकर 5 साल की वार्षिक गुणवत्ता रिपोर्ट एक साथ भेजने की परमिशन मांगे।