आवाज ए हिमाचल
पालमपुर
15 मई। विकास खंड भवारना के प्रधान और पंचायत सदस्य अब कोरोना संक्रमण से मौत के ग्रास बने अपनी पंचायत के लोगों के अंतिम संस्कार का जिम्मा लेंगे। कोरोना संक्रमण से निधन पर जहां परिवार एवं रिस्तेदार ही शवों को लेने से परहेज कर रहे हैं। ऐसे में ज़िला कांगड़ा के विकास खंड भवारना के पंचायत प्रतिनिधियों ने अतिम संस्कार को करवाने का जिम्मा लेकर अनोखी पहल की है। पालमपुर प्रशासन की प्रेरणा से भवारना विकास खंड के पंचायत प्रतिनिधि प्रदेश में ही नहीं बल्कि आपदा की इस घड़ी में देश में ऐसा कार्य करने वाला पहला विकास खण्ड बन जायेगा। एसडीएम पालमपुर धर्मेश रामोत्रा ने कहा कि प्रदेश में संक्रमण से लोगों के निधन के बाद उनका अतिम संस्कार प्रशासन के समुख चुनोती के रूप में खड़ा हो रहा था और पीपीई किट की उपलब्धता सबसे पहले यहां जरूरत रहती थी। उन्होंने सभी पंचायत प्रतिनिधियों को कोविड प्रोटोकाल की अनुपालना के साथ मृतकों का अंतिम संस्कार में शामिल होने की अपील की और स्वेच्छा से इस पुनीत कार्य में शामिल होने के लिये प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि उनकी अपील को पंचायत प्रतिनिधियों ने स्वीकार किया और कुछ पंचायत के प्रतिनिधि संक्रमित लोगों संस्कार शामिल भी हुए हैं। एसडीएम ने पंचायत प्रतिनिधियों के स्वेच्छा से इस पुनीत कार्य में आगे आने की सराहना की है और पालमपुर प्रशासन की ओर से भवारना की 50 पंचायतों को प्रति पंचायत 10-10 पीपीई किट भेंट की हैं ताकि किसी भी संक्रमित की मौत के समय पंचायतों को पीपीई किट के लिये भटकना नहीं पड़े। उन्होंने बताया कि इसके बाद सैनिटाइजेशन कार्य के लिए क्रीम विकास खंड अधिकारी भवारना को 600 लीटर सोडियम हाइपोक्लोराइट दिया गया है जो सभी पंचायतों को उपलब्ध करवाया जाएगा। एसडीएम ने कहा कि इसके अतिरिक्त भवारना विकास खण्ड की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मास्क, सैनिटाइजर और ग्लव्स इत्यादि उपलब्ध करवाये गए हैं और पीपीई किट सीडीपीओ कार्यालय में रखी गई हैं , जो जरूरत के समय आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से उपयोग में लाई जा सकेंगी।