आवाज ए हिमाचल
15 मई। उत्तर भारत में बद्दी पहला स्थान होगा, जहां पर कोवैक्सीन का उत्पादन होगा। इसके लिए भारत बायोटेक व बद्दी की पैनेशिया बायोटेक कंपनी के बीच में करार हुआ है। अब पैनेशिया बायोटेक के दिल्ली स्थित फार्मा उद्योग में कुछ मामूली परीक्षण होने के बाद तीन माह के भीतर बद्दी में कोवैक्सीन का उत्पादन शुरू हो सकेगा। वर्तमान में पैनेशिया कंपनी कई तरह की दवाओं का उत्पादन करती है। वीरवार को मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इस कंपनी को आश्वस्त किया था कि सरकार हर तरह की सुविधाएं प्रदान करेगी।
बद्दी से एक साल पहले भारत ने अमेरिका को हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन (एचसीक्यू) की 50 मिलियन टेबलेट भेजी थीं। मैन काइंड फार्मा के बीआर सिकरी का सुझाव था कि कसौली स्थित सीएसआइआर से भी चर्चा करनी चाहिए। सरकार ने फार्मा उद्योग में काम करने वाले कर्मचारियों को अग्रिम पंक्ति के योद्धा घोषित किया है। अब दूसरे कर्मचारियों की तरह फार्मा कर्मियों को भी प्राथमिकता के आधार पर कोरोना वैक्सीन डोज प्रदान की जाएगी।हिमाचल प्रदेश में कोरोना रोगियों की आवाजाही के लिए सेना, अर्धसैनिक बल व अन्य वाहनों का इस्तेमाल किया जाएगा। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिला उपायुक्तों को इस तरह की व्यवस्था का निर्देश दिया है।