आवाज ए हिमाचल
14 मई। कोरोना काल में सामाजिक रिश्तों का भी नवीनीकरण हो गया है जो ज्यादा भयानक व गंभीर है। नीराताल के भंगवार निवासी वीर सिंह की माता कोरोना संक्रमित थी और उनकी मौत हो गई। जब अंतिम संस्कार के लिए कोई भी आगे नहीं आया तो पुत्र वीर सिंह ने पुत्र धर्म निभाने के लिए मां के शव को कंधे पर उठाया और शमशान घाट के लिए चल दिया।
जबकि उसके पीछे उसकी पत्नी एक हाथ में सास के अंतिम संस्कार के लिए प्रयोग होने वाली सामग्री को संभाल रही थी तो कंधे पर अपने डेढ़ वर्ष के बच्चे को उठाए हुए थी। रानीताल में हुए इस घटना से मानवर से किट दिलवाने की बात कही थी, लेकिन वीर सिंह ने कहा कि किट उसके रिश्तेदार लेकर आ रहे हैं। गांव के कुछ लोग जंगल में लकड़ियां काटने चले गए थे। ता को शर्मसार कर दिया है। वहीं, प्रधान सूरम सिंह का कहना है कि उन्हें खुद को बुखार था, इस लिए प्रभावित व्यक्ति के घर नहीं गए और प्रशासन की ओवहां शव का इंतजार कर रहे थे, लेकिन वीर सिंह ने जल्दबाजी दिखाई। वीर सिंह ने इस बारे कोई चर्चा नहीं की।