आवाज ए हिमाचल
11 मई, धर्मशाला : मुख्य चिकित्सा अधिकारी कांगड़ा गुरूदर्शन गुप्ता ने आज यहां जानकारी देते हुये कहा कि जिला कांगडा में इस समय 10 हजार से ज्यादा कोरोना के सक्रिय मामले हैं। चिंताजनक बात यह है कि इन आंकड़ों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। उन्होंने कहा कि मार्च महीने में सक्रियता दर 4 प्रतिशत के करीब थी जो मई महीने में बढ़कर 32 प्रतिशत हो गई है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल महीने में जिला कांगडा में 149 मौतें हुई थी, परन्तु मई महीने के पहले दस दिन में ही यह आंकड़ा 138 तक पहुँच गया है। इन आंकड़ों के बढ़ने की वजह का आकलन करते हुए यह पाया गया है कि बहुत से लोग कोरोना के लक्षण बुखार, खांसी, जुकाम, सिर दर्द और सांस लेने में दिक्कत इत्यादि होने को नजरअंदाज करते हुए नीम-हकीमों से परामर्श लेते हैं अथवा दवाई की दुकान से दवाई ले लेते हैं।
इसके उपरांत तबीयत बिगड़ने पर यह लोग अस्पताल आते हैं, जिसकी वजह से बिगड़ी हुई बीमारी वाले लोगों को बचाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने लोगों अपील कि की वे इन लक्षणों को न छुपायें और अस्पताल जाकर परामर्श लें तथा समय पर टैस्ट करवाएं। उन्होंने कहा कि इस बारे में उपायुक्त कांगड़ा द्वारा भी निजी अस्पतालों एवं दवाई की दुकानों वालों को यह निर्देश जारी किए जा चुके है कि अगर कोई भी व्यक्ति जो इन लक्षणों के साथ उनके पास आए तो वे उसकी सूचना सरकारी अस्पताल में दें और उसे सरकारी अस्पताल में टेस्ट करवाने के लिए प्रेरित करें ऐसा न करने पर उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जायेगी।