आवाज़ ए हिमाचल
03 मई। इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल की फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर यानी आरसीबी ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में रविवार को ऑक्सीजन से संबंधित बुनियादी ढांचे के लिए वित्तीय सहयोग का वादा किया और आगामी मैच में खिलाड़ियों की विशेष नीली जर्सी की नीलामी करके भी कोष जुटाएगी।आरसीबी की अगुआई करने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने फ्रेंचाइजी द्वारा ट्विटर पर डाले वीडियो में कहा है कि जमीनी स्तर पर मदद कैसे की जा सकती है, इसे लेकर उन्होंने चर्चा की है। कोहली ने कहा, “आरसीबी ने बेंगलुरु और अन्य शहरों में उन अहम हिस्सों की पहचान की है जहां आक्सीजन से संबंधित स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे में तुरंत मदद की जरूरत है।
आरसीबी एक मैच में विशेष नीली जर्सी पहनकर खेलेगी, जिसमें हमारी मैच किट पर अहम संदेश देते हुए इस संक्रमण से जूझने में मदद करने वालों के प्रति सम्मान और एकजुटता दिखाएगी, जिन्होंने पिछले एक साल में अधिकांश समय पीपीई किट पहनकर महामारी के खिलाफ लड़ाई में बिताया है। आरसीबी की टीम इस मैच में खिलाडि़यों के हस्ताक्षर वाली जर्सी की नीलामी करके पैसे जुटाएगी और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे के समर्थन के लिए हमारे पहले के वित्तीय योगदान में इजाफा करेगी।”
कोरोना के खिलाफ लड़ाई में डीडीसीए भी आगे आया
दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) दिल्ली सरकार को बीपीएपी-बी गैर-इनवेसिव वेंटिलेटर की 100 इकाइयां और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की 100 इकाइयां दान करेगा। डीडीसीए ने रविवार को इसकी जानकारी दी। वहीं, पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना ने रोहन के इस कदम की तारीफ की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि रोहन बहुत अच्छा कार्य किया। राजीव शुक्ला आपको भी उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ की तरफ से ऐसे कार्य करने चाहिए। डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली हैं।
डीडीसीए के अनुसार, सामाजिक जिम्मेदारी को पूरा करने की अपनी परंपरा के साथ राज्य संघ कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में मदद करेगा। दिल्ली में कोरोना के मामलों में वृद्धि और वेंटिलेटर और ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स जैसे जीवन रक्षक उपकरणों की तत्काल मांग के मद्देनजर शीर्ष परिषद, डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली और सदस्य ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की 100 यूनिट और बीपीएपी-बी की 100 यूनिट का दान करने का फैसला किया है। इसके अलावा डीडीसीए 25 यूनिट ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स की खरीद करेगा और जरूरत पड़ने पर उसक उपयोग उसके सदस्यों, अधिकारी और कर्मचारियों करेंगे। बाद में इसे फिर डीडीसीए को लौटा दिया जाएगा।