आवाज़ ए हिमाचल
01 मई।कोरोना महामारी के बीच कांगड़ा ज़िला में इन दिनों शादियों का जोर है।सरकार ने हालांकि शादियों में कम से कम लोग जुटे इसके लिए पहले 50 तथा बाद में 20 लोगों के शामिल होने की कंडीशन लगा दी,लेकिन बाबजूद इसके लोग है कि मानने को तैयार नहीं है।लोगों को अपनी व दूसरों की जान से अधिक अपना एंजॉय,खुशी व दिखावा जरूरी है तथा यहीं कारण है कि अधिकतर शादियों में कोरोना नियमों को धत्ता बताते हुए भारी भीड़ एकत्रित होकर लोगों को मौत के मुंह मे धकेल रही है,लेकिन इसी बीच कुछ ऐसे साधन संपन्न लोग भी है जो सब कुछ होते हुए भी न केवल सरकार के नियमों को सख्ती से पालन कर रहे है,बल्कि लोगों के लिए एक उदाहरण भी पेश कर रहे है।ऐसा ही एक परिवार है,जिन्होंने दौलत,शौहरत व तमाम सुविधाएं होते हुए भी अपनी बेटी की शादी पूरी सादगी व सरकार द्वारा तय नियमों के तहत की।
हम बात कर रहे है शाहपुर के प्रसिद्ध व्यवसायी व अमृत मेडिकल स्टोर के एमडी रेहलू निवासी मोनिका महाजन व सुनील महाजन की।सुनील महाजन की बेटी शिरीन की शादी चार मई को चंडीगढ़ निवासी गौरव के साथ तय हुई थी।इसके लिए बाकायदा तमाम तैयारियां पूरी करने संग धाम व शादी की अन्य रस्मों के लिए होटल भी बुक हो गए थे।धाम का आयोजन 28 अप्रैल को होना था,जबकि शेष रस्में दिल्ली में होनी थी,जिसके लिए लोगों को निमंत्रण कार्ड भी वितरित कर दिए गए थे।इसी दौरान कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डीसी कांगड़ा ने शादी के लिए तमाम बंदिशे लगा दी तथा लोगों से कोरोना महामारी की चैन को तोड़ने के लिए सहयोग मांगा।सुनील महाजन ने लोगों के सामने एक बड़ा उदाहरण पेश करते हुए धाम के कार्यक्रम को रद्द कर दिया तथा जो रस्में चार मई को दिल्ली में होनी थी,वे 28 अप्रैल को धर्मशाला में एक सादे कार्यक्रम के दौरान निभाई गई।बड़ी बात यह है कि 50 लोगों की अनुमति के बाद भी इस शादी में उनके नजदीकी रिस्तेदार ही शामिल हुए।शादी में भाग लेने वालों की संख्या वर पक्ष के लोगों को मिलाने के बाबजूद 50 से भी कम रह गई।सुनील महाजन के इस कदम की न केवल हर तरफ प्रशंसा हो रही है,बल्कि लोगों के लिए एक उदहारण भी माना जा रहा है।
आवाज़ ए हिमाचल ग्रुप की तरफ से मोनिका,सुनील महाजन,नीना तथा अशोक वासुदेवा और वर-बधु शिरीन व गौरव को बहुत-बहुत बधाई व इस कदम के लिए भूरी-भूरी प्रशंसा।