आवाज ए हिमाचल
01 मई। कोरोना की दूसरी लहर के चलते हिमाचल प्रदेश सरकार ने बिलासपुर एम्स प्रबंधन को पत्र लिखकर संस्थान में तैनात 54 विशेषज्ञ डॉक्टरों की मांग की है। इन विशेषज्ञों की 30 जून तक प्रदेश के छह मेडिकल कॉलेजों और दो जिला अस्पतालों में अस्थायी सेवाएं ली जाएंगी। इस बारे में स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने एम्स प्रबंधन को वीरवार को पत्र लिखा है। अब एम्स के निदेशक ही फैसला लेंगे। एम्स के उप निदेशक को पत्र जारी कर स्पष्ट किया है कि चिकित्सकों की अस्थायी नियुक्ति आवश्यक है।
कोरोना की दूसरी लहर के कारण अभी एम्स में ओपीडी शुरू नहीं हो पाई है। एम्स में चिकित्सक मौजूद हैं। प्रबंधन से आग्रह है कि इस फैकल्टी को अस्थायी तौर पर मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में नियुक्त किया जाए। पत्र के जरिये टांडा मेडिकल कॉलेज के लिए 19, आईजीएमसी के लिए छह, चंबा मेडिकल कॉलेज के लिए आठ, हमीरपुर मेडिकल कॉलेज के लिए एक, नाहन मेडिकल कॉलेज के लिए छह, नेरचौक मेडिकल कॉलेज के लिए 12, धर्मशाला जिला अस्पताल के लिए दो और बिलासपुर के लिए एक रेडियोलॉजिस्ट की मांग की है। एम्स के उपनिदेशक सुखदेव नाग्याल ने बताया कि एम्स प्रबंधन को सरकार का पत्र मिला है। इसे एम्स निदेशक को भेजा गया है, जो भी आदेश होंगे उन पर अमल करेंगे।