पठानकोट से धमेटा आ रही थी 45 लोगों की बारात: पंचायत प्रधान ने कंडवाल से वापस भेजे 20 से अधिक बराती

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आवाज ए हिमाचल

स्वर्ण राणा,नूरपुर

30 अप्रैल। जिला कांगड़ा में कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप से बचाव के लिए अब शासन-प्रशासन संग पंचायत प्रतिनिधियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। पठानकोट-कांगड़ा सीमा पर कंडवाल में लगाए गए नाके पर लोगों को जागरूक कर रहे स्थानीय पंचायत के प्रधान नरेंद्र धीमान में पठानकोट से धमेटा आ रही बारात में शामिल कई लोगों को वापस लौटा दिया।जानकारी के मुताबिक पठानकोट से धमेटा आ रही बारात की तीन विंगर गाड़ियों को रोका तो,उनमें 45 लोग शामिल थे,प्रत्येक विंगर में 14-15 लोग बैठे हुए थे।

इस दौरान उन्होंने 45 लोगों की परमिशन दिखाई।प्रधान ने जब नूरपुर एसडीएम से बात की तो उन्होंने कहा कि 45 लोगों को कोई परमिशन नहीं है।केवल बीस लोग ही जा सकते हैं। फिर वहां से बीस लोगों को ही हिमाचल में आने दिया और बाक़ी बारात को वापस भेज दिया।यह बारात ममून से धमेटा जा रही थी। प्रधान द्वारा रोजाना नाके पर हर आने-जाने वाले लोगों को कोरोना महामारी से लड़ने के लिए जागरूक किया जा रहा है।पंचायत प्रधान नरेंद्र कुमार जब से सरकार व प्रशासन द्वारा कंडवाल में नाका लगाया हुआ है,उसी दिन से नाके में लगे पुलिस कर्मचारी और अन्य कर्मचारियो की मदद कर रहे है।

नरेंद्र धीमान रोज नाके पर आकर हर आने-जाने वाले लोगों को कोरोना महामारी के लिए जागरूक कर रहे है ।कंडवाल पंचायत प्रधान नरेन्द्र धीमान ने कहा कि कंडवाल बैरियर प्रदेश का प्रवेश द्वार है,जहां बाहरी राज्यों से आने वालों की चैकिंग के लिए नाका लगाया गया है। पंचायत प्रधान को भी जिम्मेदार दी गई है कि वह अपनी पंचायतों की निगरानी रखें।नरेंद्र धीमान ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रशासन हमें सुरक्षित रखने के लिए दिन रात काम कर रहा है, हमें भी प्रशासन का साथ देना चाहिए और कोरोना प्रोटोकॉल नियमों का पालन करना चाहिए। तभी हम सब इस महामारी से बच सकते हैं।

 

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