आवाज ए हिमाचल
29 अप्रैल। उत्तराखंड में अगले माह शुरू होने वाली चारधाम यात्रा स्थगित कर दी गई है। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के अनुसार कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि चारधाम के कपाट तय तिथियों को खुलेंगे, मगर फिलहाल यात्रा स्थगित रहेगी। परिस्थितियों को देखते हुए आने वाले दिनों में स्थानीय निवासियों को अनुमति देने के बारे में निर्णय लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जी ने कहा कि धामों के कपाट निर्धारित समय पर ही खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित मंदिरों में नियमित रूप से पूजा-पाठ करेंगे लेकिन श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर चारधाम यात्रा को स्थगित रखने का निर्णय लिया गया है। गढ़ी कैंट स्थित मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि चारधाम यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि चार धामों में केवल तीर्थ पुरोहितों को ही नियमित पूजा पाठ की अनुमति होगी। चारधाम यात्रा की किसी को अनुमति नहीं होगी, केवल तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे। स्थानीय जिले के निवासी भी मंदिरों में पूजा-पाठ के लिए नहीं जा सकेंगे।
उन्होंने कहा कि नियमित समय पर ही चारधाम के पट खुलेंगे और तीर्थ-पुरोहित ही पूजा करेंगे बाकी देश के लोग के लिए चारधाम यात्रा अभी बंद है। कहा कि पूरे देश में इस समय कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। उत्तराखंड में भी लगातार कोविड के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे समय में सरकार पूरी तरह से सजग है और इसी क्रम में तय हुआ है कि अभी चारधाम यात्रा को स्थगित रखा जाए। उन्होंने कहा कि लोग की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल है। राज्य सरकार की ओर से कोविड-19 से लड़ाई में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने की तिथि पहले ही घोषित की जा चुकी है। केदारनाथ के कपाट 17 मई और बदरीनाथ के कपाट 18 मई को खोले जाएंगे। वहीं, यमुनोत्री धाम के कपाट 14 मई, जबकि गंगोत्री धाम के कपाट 15 मई को खोले जाएंगे।