आवाज ए हिमाचल
29 अप्रैल। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से चिंतित हिमाचल प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री जीएस बाली ने वीरवार को कांगड़ा में पत्रकार वार्ता में सरकार की कार्यप्रणाली पर रोष प्रकट करते हुए कहा सरकार प्रदेश में फैल रहे कोरोना संक्रमण के प्रति गंभीर नहीं है। प्रदेश के हर कोने में स्थापित प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में प्राथमिकता के आधार पर ऑक्सीजन सुविधा, बिस्तर तथा नर्सिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि कोरोना मरीजों को इधर उधर जाने की नौबत ना आए।
उन्होंने सरकार से प्रदेश में हो रहे टीकाकरण की कार्यप्रणाली को भी सार्वजनिक करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि 68 लाख की आबादी वाले प्रदेश में अब तक कितना टीकाकरण हो चुका है। कितना होना बाकी है, सरकार टीकाकरण की स्थिति स्पष्ट करे।जीएस बाली ने सरकार की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा कि हेलिकॉप्टर पर खर्च करने की बजाय सरकार मरीजों के इलाज पर ध्यान लगाए। सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है। नौकरशाही काम नहीं कर रही है। सुविधाओं के नाम पर सूत्रधार बन कर गलतियां की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग सुलभ नहीं है। अगर किसी अस्पताल में आग लग जाये तो तैयारियों की क्या स्थिति है। सरकार इसका ऑडिट करवाए।
जीएस बाली ने स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि हिंदुस्तान की एक नामी कंपनी ने 1000 से 1500 कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए आवेदन किया था। लेकिन एक सप्ताह से सरकार ने उस पर कोई जवाब नहीं दिया। सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है। जिस कारण अभी तक आधारभूत संरचना का निर्माण नहीं हुआ और न ही ऑक्सीजन प्लांट चालू हुए हैं। सरकार को राजनीति छोड़ कर दुविधा इस घड़ी में जनता की सेवा में अपना ध्यान लगाए। प्रदेश में महामारी का इलाज पूरी ताकत के साथ होना चाहिए, ताकि आम जनता में हड़बडा़हट व डर उत्पन्न न हो।