आवाज ए हिमाचल
26 अप्रैल। मुंबई में लॉकडाउन लगने के बाद कामगारों ने घरों की ओर वापसी शुरू कर दी है। रविवार को ट्रक से कानपुर पहुंचे एक कामगार ने बताया कि बॉर्डर पर चेकिंग कर रही पुलिस ने उनके साथ बदसलूकी की। जेब में रखे सारे रुपये छीन लिए और मारपीट कर भगा दिया। बनारस के रहने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि वह मुंबई की फल मंडी में आढ़ती के यहां काम करता था। लॉकडाउन लगने पर आढ़ती ने पांच हजार रुपये देकर घर भेज दिया था। हाईवे से उन्हें एक ट्रक चालक ने 500 रुपये में कानपुर तक छोड़ने का आश्वासन दिया था। चिंटू के अनुसार मुंबई-एमपी बॉर्डर पर ट्रक की चेकिंग के दौरान पुलिस ने उनके साथ मारपीट की। तलाशी ली और जेब में रखे रुपये निकाल लिए।
कानपुर उतरने के बाद वह पैदल ही बनारस के लिए रवाना हो गया। बिहार के रहने वाले संतोष ने बताया कि वह मुंबई से ट्रक में कानपुर तक पहुंचे हैं। पहले नौबस्ता चौराहे से झकरकटी बस अड्डे तक पैदल गए। यहां से कोई बस न मिलने पर लौटकर नौबस्ता चौराहे आए। यहां पुलिस वालों ने ट्रेनें चलने की सूचना दी। इसके बाद वे पैदल घंटाघर की ओर चल दिए।