आवाज़ ए हिमाचल
22 अप्रैल। दुनिया भर में जारी संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशन में भारतीय सैनिकों की संख्या काफी है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भारत को संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना मिशन में भारत का सबसे अधिक योगदान बताया। उन्होंने गुरुवार को कहा, ‘ प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों ने जंग के मैदान से लेकर बाहर तक बेहतरीन प्रदर्शन किया और शांति स्थापना को लेकर लंबी राह की शुरुआत की। 50 मिशन के साथ पुलिस अधिकारियों के अलावा 2,53,000 जवान थे।’ विदेश मंत्री ने कहा, ‘ यह याद करने की बात है कि विश्व युद्ध के दौरान भारतीय जवान अपने सैन्य कर्तव्यों व ड्यूटी निभाते हुए मैदान में थे।’
सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने संयुक्त राष्ट्र से शांतिरक्षकों पर होने वाले खर्च को बढ़ाने का अनुरोध किया है। इसके तहत शांतिरक्षकों को अच्छी सुविधाएं और संवाद-संपर्क के बेहतर उपकरण देने के लिए कहा गया है।इससे पहले विदेश मंत्री जयशंकर ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर देशों के शत्रुता उन्मूलन पर प्रस्ताव 2532 (2020) के क्रियान्वयन पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की डिजिटल खुली बहस के दौरान कहा था,’ मुश्किल परिस्थितियों में काम करने वाले संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षकों को हम दो लाख खुराक उपहार स्वरूप देने की घोषणा करना चाहते हैं।’
उन्होंने भगवद्गीता का जिक्र करते हुए कहा था, ‘हमेशा दूसरों का कल्याण की बात मन में रखकर अपना काम करो।’ संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना के अनुसार विश्व में अभी कुल 12 अभियानों में कुल 94,484 कर्मी तैनात हैं। संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना अभियानों में कुल 121 देशों के कर्मी तैनात है, जिनमें से सबसे अधिक सैनिक भारत के हैं।