आवाज ए हिमाचल
20 अप्रैल। बद्दी में पांच कंपनियां रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करती हैं। इन सभी की जांच की जाएगी। चंडीगढ़ में हेल्थ बायोटेक फार्मा कंपनी के निदेशक की गिरफ्तारी के बाद स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने यह आदेश दिए हैं। हेल्थ बायोटेक फार्मा कंपनी में तैयार हुए कोरोना के उपचार में काम आने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन रेमडेसिविर इंजेक्शन के अवैध कारोबार के बाद ड्रग कंट्रोलर ने कंपनी के रिकॉर्ड की जांच के लिए कमेटी बनाई है।
जांच कमेटी पांच दिन में रिपोर्ट देगी। बद्दी की हेल्थ बायोटेक फार्मा कंपनी में तैयार हुए तीन हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन चंडीगढ़ पुलिस ने बीते रविवार को पकड़े हैं। मामले की जांच के लिए स्टेट ड्रग कंट्रोलर नवनीत मरवाह ने डिप्टी कंट्रोलर के नेतृत्व में पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसमें एक सहायक ड्रग कंट्रोलर और तीन ड्रग इंस्पेक्टर शामिल हैं। कमेटी जांच करेगी कि कंपनी में पिछले दिनों में कितने बैच बने हैं, एक्सपोर्ट का क्या स्टेटस था तथा निर्यात के लिए एनओसी मिली थी या नहीं।
बद्दी में पांच अन्य कंपनियां भी रेमडेसिविर इंजेक्शन तैयार करती हैं। इनका स्टॉक भी जांचा जाएगा। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मंगलवार तक इसकी रिपोर्ट देंगे। उन्होंने कहा कि कुछ दवा निर्माताओं ने देश में बिक्री के लिए रेमडेसिविर इंजेेक्शन तैयार करने के लिए परमिशन मांगी है। इसके लिए उन्होंने ड्रग कंट्रोलर जनरल इंडिया (डीसीजीआई) को लिखा है। परमिशन मिलते ही कंपनियों से इंजेक्शन तैयार करने के लिए कहा जाएगा। बद्दी में सिपला, हिट्रो, डॉ. रेड्डी व जुबलीएंट लैब पहले ही डोमेस्टिक मार्केट के लिए रेमडेसिविर तैयार करती हैं।
मामले की पुष्टि
चंडीगढ़ पुलिस के ऑपरेशन सेल ने सेक्टर-17 के एक बड़े होटल में बीते रविवार को रेमडेसिविर इंजेक्शन की अवैध खरीद-फरोख्त के मामले में बद्दी की कंपनी के निदेशक समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया था। आरोपियों के पास से करीब तीन हजार रेमडेसिविर इंजेक्शन मिले थे। ऑपरेशन सेल को सूचना मिली थी कि सेक्टर-17 में रेमडेसिविर इंजेक्शन को बाजार में अवैध तरीके से बेचने का सौदा हो रहा है। इस पर टीम ने होटल में छापा मारकर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।