आवाज ए हिमाचल
19 अप्रैल। हिमाचल प्रदेश कोविड वैक्सीनेशन में बेहतर कार्य करते हुए निर्धारित से भी आगे निकल कर वैक्सीनेशन का काम कर रहा है। हिमाचल में शून्य प्रतिशत कोविड वैक्सीनेशन वेस्ट की दर है जो कि गर्व की बात है।यह बात हमीरपुर जिला में कोविड समीक्षा के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पत्रकार वार्ता के दौरान कही। जयराम ठाकुर ने प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि वैक्सीनेशन ज्यादा से ज्यादा करवाए। वहीं पत्रकारों को भी कोविड वैक्सीनेशन दिए जाने के प्रश्न पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि पत्रकारों को भी जल्द ही वैक्सीनेशन लगाई जाएगी और कोविड वारियर का दर्जा भी प्रदेश में दिया जाएगा।
इस अवसर पर पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर, विधायक नरेंद्र ठाकुर, विधायक कमलेश कुमारी, स्वास्थ्य सचिव अवस्थी, डीसी देव श्वेता बनिक, एसपी कार्तिकेन गोकुल चंद्रेन भी मौजूद रहे। हिमाचल प्रदेश में बढते कर्जा पर जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में बढते कर्ज के लिए कोविड को दोषी नहीं ठहराया जा सकता लेकिन उन्होंने माना कि प्रदेश पर लगातार कर्ज बढ़ता जा रहा है।उन्होंने कहा कि जब पार्टी सता में आई थी तब 48 हजार करोड का कर्जा था लेकिन कर्ज के लिए पूर्व की रही सरकारें भी जिम्मेदार है। आम जनता को कोविड के समय आर्थिक मदद के मुददे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि आज की परिस्थतियां मदद करने के अनुकूल नहीं है और अगर सरकार के पास संसाधन जुटते है तो इस पर विचार किया जाएगा।
प्रदेश में बढते सक्रमण के बीच राशन के डिपुओं पर वायोमीट्रिक प्रणाली से सामान दिए जाने के सवाल पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना के चलते वायोमीट्रिक प्रणाली पर सवाल उठे है इसलिए सरकार जल्द ही नई तकनीक का प्रयोग करके इसका हल निकालेगी। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं से कोई समझौता नहीं किया जाएगा इसके लिए वाकायदा बजट में सभी मेडिकल कालेजों में एमआरआई और सिटी स्कैन की मशीन लगाने का प्रावधान किया गया है।उन्होंने बताया कि हमीरपुर मेडिकल कालेज में पीपी मोड पर सिटी स्कैन के लिए जगह का निरीक्षण हो चुका है और स्थापित किया जाएगा।
वहीं उन्होने दो पूर्व मुख्यमंत्रियो के द्वारा प्रदेश से बाहर कोविड का इलाज करवाने का उनका निजी फैसला करार दिया है।हमीरपुर जिला में पानी की कमी को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि अभी सूखे की स्थिति नहीं बनी है और हमीरपुर में कुछ जगहों पर जल स्तर कम हुआ है लेकिन पानी का संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में भी सूखे की स्थिति पर चर्चा कर पूरी फीडबैक ली गई है।