आवाज़ ए हिमाचल
15 अप्रैल। कोरोना काल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना योद्धाओं सहित निजी क्षेत्रों को बड़ी राहत हिमाचल दिवस के दिन पर दी है। उन्होंने मरीजों की देखरेख कर रहे वार्ड सिस्टर, वार्ड नर्स, आशा वर्कर, वार्ड ब्यॉय आदि को 1500 रुपये दो महीने तक ऑनरेरियम देने की घोषणा की।मुख्यमंत्री पद्धर में राज्य स्तयरीय हिमाचल दिवस के कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते प्रभावित हुए पर्यटन व्यवसाय में होटलियर्स की इंट्रस्ट सबमिशन स्कीम को दो माह तक बढ़ाए जाएगा और बिजली पानी की डिमांड चार्ज को भी दो माह तक नहीं लिए जाएंगे। इसी तरह निजी स्कूलों के लिए डिमांड चार्ज नहीं लिए जाएंगे।
कांट्रैक्टर कैरिज वाले वाहनों को भी राहत देने के लिए सरकार इंस्ट्रस्ट सबमिशन की योजना तैयार की जाएगी। एसआरटी में 50 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री ने झंडा फहराया और परेड की सलामी ली। अपने संबोधन के आरंभ में उन्होंने हिमाचल निर्माता एवं प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉक्टर वाईएस परमार को याद किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गठन के समय 288 किलोमीटर सड़कें थी।
पूर्ण राज्यत्व का दर्जा मिलने के बाद विकास कार्यों ने गति पकड़ी, आज 99 प्रतिशत पंचायतें सड़क सुविधा से जुड़ी हैं। साक्षरता दर में केरल से आगे है। कोई गांव बिना बिजली सुविधा से नहीं। 10600 मेगावाट बिजली उत्पादन। उन्होंने कहा कि मंडी में बल्ह में जल्द बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का हवाई अड्डा बनेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सवा तीन साल में विकास को गति देने में सफल रहे, कोरोना से थोड़ा विराम लगा है। 200 जनमंच में 48693 शिकायतें आई, उनका समाधान किया।
हिमाचल भले छोटा प्रदेश मगर अलग से काम करने की जरूरत जल्द 10000 करोड़ की ग्रांउड ब्रेकिंग होगी। प्रदेश में 12000 मकान गरीब लोगों को देंगे। उन्होंने कहा कि कोविड का संकट खत्म नहीं हुआ। फरवरी तक प्रदेश में कोरोना के मात्र 218 मामले रह गए थे, दूसरी लहर से मामले बढ़े। मास्क पहनने व शारीरिक दूरी के अलावा कोई विकल्प नहीं। इसलिए सरकार ने कुछ बंदिशें लगाई है। उन्होंने लोगों से नियमों का पालन करने का आग्रह किया।देवता कमरूनाग व हुरंग नारायण को जताया आभारपद्धर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान बारिश शुरू होने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने देवता कमरूगना व हुरंग नारायण का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि जिस बारिश का हमको इंतजार था वह आज देवता के आशीर्वाद से हो रही है।