आवाज़ ए हिमाचल
12 अप्रैल। इंटरनेट ने भले ही लोगों की राह को आसान कर दिया है लेकिन कई बार इंटरनेट की वजह से कई योग्य उम्म्ीदवारों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है ऐसा ही मामला हुआ है। महिला एवं बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश के तहत कार्यालय इंदौरा के अधीन पड़ती पंचायतों में रिक्त पड़े आंगनबाड़ी केंद्र में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं सहायकों के पद को भरने के समय हुआ।जिसमें लोगों ने ऑनलाइन इनकम प्रमाण पत्र बनाने के लिए आवेदन किया था।
लेकिन बार-बार इंटरनेट प्रॉब्लम की वजह से उनके आवेदन पत्र रद हो गए और वे समय पर अाय प्रमाण पत्र नहीं बना पाए और इंटरव्यू और लिखित परीक्षा में उनको जगह नहीं मिल पाई और वे बाहर से ही अपनी किस्मत को कोसते रहे।एसडीएम कार्यलय इंदौरा में आठ अप्रैल साक्षात्कार लिया गया था जिसमें कई लोगों ने नामांकन दाखिल किया था। लेकिन कुछ ऑनलाइन सिस्टम की वजह से समय पर अपने प्रमाण पत्र न बनाने के कारण पीछे रह गए। साथ ही कई स्कूली बच्चों को भी अपने प्रमाण पत्र बनाने के समय काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और कई दिनों तक इंतजार सर अपना समय बर्बाद करना पड़ता है।
तहसीलदार का कहना
जब इस विषय पर तहसीलदार विमला वर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि प्रमाण पत्र के लिए आवेदन का रद्द होना सुविधा केंद्र के द्वारा सभी फॉर्मेलिटी पूरी नहीं होना है। सुविधा केंद्र वाले जागरूक न होने के कारण कोई न कोई दस्तावेज पूर्ण रूप से जमा नहीं करवा पाते। जिस कारण आवेदकों को इस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर पूर्ण रूप से दस्तावेज दिए हो तो ऑनलाइन से जल्द प्रमाण पत्र बन जाता है।