आवाज़ ए हिमाचल
10 अप्रैल।हिमाचल प्रदेश में शनिवार को रिकॉर्ड 12 मौतें हुई है,जबकि 796 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। सोलन जिले में इस साल के सबसे ज्यादा रिकार्ड 200 कोरोना पॉजिटिव मामले आए हैं। औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में 60 लोग संक्रमित पाए गए हैं। कांगड़ा जिले में कोरोना संक्रमण से पांच मरीजों की मौत हो गई है। निफ्ट संस्थान कांगड़ा के 8 छात्रों सहित जिला कांगड़ा में 144 लोग संक्रमित हुए हैं।
मरने वालों में शाहपुर के एक गांव के 75 वर्षीय बुजुर्ग की टांडा अस्पताल में मौत हुई है। शाहपुर के झुलाड़ गांव के 64 वर्षीय बुजुर्ग की चंडीगढ़ के निजी अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वहीं, डाडासीबा के जंबाल गांव की 58 वर्षीय महिला और नगरोटा बगवां के ठारु गांव के 59 वर्षीय व्यक्ति की टांडा अस्पताल में मौत हुई। इसके अलावा नगरोटा बगवां के काठी गांव के 71 वर्षीय बुजुर्ग की भी टांडा अस्पताल में मृत्यु हो गई। सभी मृतक कोरोना संक्रमण के साथ अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थे।
शिमला के आईजीएमसी अस्पताल में कोरोना पाजिटिव तीन मरीजों की मौत हो गई। आईजीएमसी में कोटखाई के रहने वाले 45 वर्षीय कोविड पॉजिटिव मरीज को 10 अप्रैल की सुबह 4:15 बजे के करीब दाखिल किया था। कोटखाई में यह व्यक्ति ढाबा चलाता था। मरीज को कफ के अलावा अन्य कई गंभीर बीमारियां भी थीं। मरीजों को कोविड निमोनिया भी था। गंभीर हालत में होने से सुबह करीब 8:45 बजे उनकी मौत हो गई।
शिमला की रहने वाली 50 वर्षीय महिला को 9 अप्रैल को दाखिल किया था। इसे डीडीयू से रेफर किया था। महिला को कफ फीवर और डायबिटीज की भी समस्या थी। इसके अलावा उसे कोविड निमोनिया भी था लेकिन गंभीर स्थिति में होने के चलते इसकी भी मौत हो गई। देर शाम 4:30 बजे के करीब 88 साल के बुजुर्ग को आर्मी कैंट जतोग से रेफर किया था। मरीज को सांस लेने में समस्या आ रही थी। इसके अलावा उसे हाइपरटेंशन डायबिटीज के अलावा अन्य कई गंभीर बीमारियां भी थी। शाम के वक्त मरीज की मौत हो गई।
ऊना जिले के तीन लोगों की कोरोना से टांडा में मौत हो गई है। छह अप्रैल को हरोली के बाथड़ी की 63 वर्षीय बुजुर्ग महिला को बुखार और सांस लेने में दिक्कत आ रही थी। महिला जांच में कोरोना संक्रमित निकली। उसे डीसीएचसी हरोली रेफर किया गया। यहां से उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। शुक्रवार को टांडा में महिला ने दम तोड़ दिया। महिला अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थी।
ऊना के वार्ड दो की 56 वर्षीय महिला 23 मार्च को बुखार की शिकायत लेकर क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंची। यहां वह कोरोना संक्रमित निकली। वह होम आइसोलेट थीं। 26 मार्च को महिला को डीसीएचसी शिफ्ट किया गया। यहां से उसे टांडा मेडिकल रेफर किया गया। शुक्रवार को महिला ने टांडा में दम तोड़ दिया। महिला अन्य बीमारियों से भी पीड़ित थी।
गनू मंडवाडा का 78 वर्षीय बुजुर्ग क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में खांसी और सांस लेने में तकलीफ के साथ 31 मार्च को क्षेत्रीय अस्पताल ऊना पहुंचा था। जांच में बुजुर्ग कोरोना संक्रमित निकला। उसे डीसीएचसी हरोली भेजा गया। यहां से उसे टांडा मेडिकल कॉलेज रेफर किया। यहां उपचार के दौरान शनिवार को बुजुर्ग की मौत हो गई।
हमीरपुर जिले में जलाड़ी पंचायत के मण गांव की एक 50 वर्षीय महिला की मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में उपचार के दौरान मौत हो गई है। महिला की रैपिड एंटीजन रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शुक्रवार रात को एक बजे मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में दाखिल हुई थी और उसे सांस लेने में तकलीफ थी। महिला को मेडिकल कॉलेज हमीरपुर से टांडा रेफर करने की प्रक्रिया चल रही थी। इस बीच शनिवार दोपहर करीब सवा तीन बजे महिला की मौत हो गई।
हमीरपुर जिले में इस साल के सबसे ज्यादा कोरोना मामले शनिवार को सामने आए हैं। शनिवार को एक पंचायत के 29 लोगों समेत 95 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। शिक्षक के कोरोना संक्रमित आने पर बड़ा स्कूल को बंद कर दिया गया है। स्टाफ को घर में ही रहने की सलाह दी गई है। इसके साथ ही पूरे स्टाफ के कोरोना सैंपल लिए गए हैं। उधर, गलोड़ स्वास्थ्य खंड की पन्याली पंचायत के 29 लोग एक साथ कोरोना संक्रमित निकले हैं। बताया जा रहा है कि यह सभी हाल ही में गांव में आयोजित भागवत कथा में गए थे।
बिलासपुर जिले में आठ बच्चों समेत कोरोना के 75 नए मामले सामने आए हैं। चंबा जिले में डलहौजी के दो होटलों के पांच कर्मचारियों सहित 9 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। मंडी जिले में कोरोना संक्रमण के 87 नए मामले सामने आए हैं। कांगड़ा 144, हमीरपुर 95, ऊना 56, सिरमौर 55, शिमला 46, कुल्लू 22, लाहौल-स्पीति में 7 कोरोना मामले आए हैं।