आवाज़ ए हिमाचल
09 अप्रैल। हरियाणा के गृह एवंं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने राज्य की सीमा में लगे किसानों के जमावड़े पर चिंता जताई है। कहा कि राज्य में कोरोना तेजी से फैल रहा है। किसानों के आंदोलन के कारण स्थिति विकट हो रही है। विज ने कहा कि किसानों को भी कोरोना से बचाना है। वह इस संबंध में केंद्रीय कृषि मंत्री को पत्र लिखेंगे कि किसानों से बातचीत का सिलसिला फिर शुरू किया जाए।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के तेज होने के पीछे कई कारण हैं। महामारी से बचाव के लिए लोगों को जो गंभीरता दिखानी चाहिए, वह दिखा नहीं रहे हैं। सभी से अपील है कि खुद के प्रयास से इन नियमों का पालन करें अन्यथा हमें सख्ती करनी पड़ेगी। हालांकि अभी हमने लाकडाउन के बारे नहीं सोचा है, लेकिन सख्त कदम उठाने पर विचार कर रहे हैं।
इससे पहले, गत दिवस कोविड-19 महामारी के नियंत्रण के लिए हरियाणा द्वारा उठाए कदमों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संतोष जताया। वीरवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपालों एवं प्रशासकों के साथ समीक्षा बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने आंकड़ों के साथ बताया कि हरियाणा की स्थिति अन्य राज्यों के मुकाबले संतोषजनक है। वैक्सीनेशन ड्राइव की स्थिति भी हरियाणा में दूसरे राज्यों से बेहतर है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज भी बैठक में जुड़े। बैठक के दौरान बताया गया कि टेस्टिंग के मामलों में भी हरियाणा पड़ोसी राज्यों के मुकाबले आगे है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों से टेस्टिंग बढ़ाने और ट्रैकिंग की व्यवस्था बढ़ाने के लिए कहा।
]वहीं, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश में अधिकतम लोगों के वैक्सीनेशन के लिए टीकाकरण केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई है। अभी तक एक लाख 90 हजार 425 हेल्थ केयर वर्कर्स (एचसीडब्ल्यू) को पहली खुराक और एक लाख 15 हजार 671 हेल्थ केयर वर्कर्स को दूसरी खुराक दी गई है। एक लाख 20 हजार 644 फ्रंट लाइन वर्कर्स को (एफएलडब्ल्यू) को वैक्सीन की पहली खुराक और 45,033 एफएलडब्ल्यू को दूसरी खुराक दी गई है।