आवाज़ ए हिमाचल
31 मार्च। पहली अप्रैल से प्रदेश में नई शिक्षा नीति का पहला चरण लागू हो जाएगा। शिक्षा नीति के साथ ही छात्रवृत्ति के नियम भी बदल जाएंगे। केंद्र सरकार के आदेश के बाद प्रदेश सरकार ने इसे लागू करने की पूरी तैयारी कर ली है। नई शिक्षा नीति के पहले चरण में तीन साल के बच्चों का प्री प्राइमरी में प्रवेश अनिवार्य किया गया है। प्रदेश के सभी स्कूलों में प्री प्राइमरी की व्यवस्था नहीं है। ऐसे में आंगनबाड़ी केंद्रों में तीन से पांच साल आयु के बच्चों का पंजीकरण अनिवार्य हो जाएगा। पांच साल के बाद स्कूल में प्रवेश दिया जाएगा।
परीक्षाओं में भी बदलाव होगा। उसके लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड तैयारी कर रहा है। निदेशक (उच्चतर शिक्षा) डा. अमरजीत शर्मा की ओर से इस संबंध में सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों को निर्देश जारी कर दिए हैं। छात्रवृत्ति के लिए अब 75 फीसद हाजिरी की शर्त अनिवार्य की गई है।हाजिरी भी बायोमीट्रिक आधारित होगी। चूंकि अभी कोरोना के चलते बायोमीट्रिक आधारित हाजिरी की व्यवस्था को बंद किया गया है ऐसे में कुछ समय के लिए इसमें छूट रहेगी। सभी शिक्षण संस्थानों में छात्रवृत्ति की शिकायत के लिए ऑनलाइन मैकेनिज्म भी लागू होगा।