आवाज ए हिमाचल
29 मार्च। जम्मू सीबीआइ टीम ने शुक्रवार को चंडीगढ़ और रोपड़ में छापामारी की। इस कार्रवाई से हर कोई हैरान था कि सीबीआइ टीम आखिरकार किस मामले में चंडीगढ़ में छापामारी करने पहुंची थी। जांच पड़ताल के बाद पता चला कि लखनपुर से जम्मू तक नेशनल हाईवे के रखरखाव और मरम्मत के टेंडर में धांधली मामले में जम्मू की सीबीआइ टीम ने यह कार्रवाई की है। दरअसल सीबीआइ ने यहां मामले से जुड़े आरोपितों के ठिकानों रेड की है। इस दौरान सीबीआइ ने सर्च में कुल 67 लाख रुपये कैश और मामले से जुड़े कई अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इसके अलावा सीबीआइ ने जम्मू में भी आरोपितों के ठिकाने, आफिस सहित सात जगह पर छापामारी की है।
सीबीआइ के अनुसार लखनपुर से जम्मू तक नेशनल हाईवे के रखरखाव और मरम्मत के टेंडर में धांधली पर एनएच अथॉरिटी के महाप्रबंधक, ठेकेदार सहित अन्य लोगों पर एफआइआर दर्ज की गई है। सीबीआइ के एंटी करप्शन ब्यूरो की प्राथमिक जांच में 9.34 करोड़ की टेंडर प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आने की गहनता से जांच की गई। जिसका खुलासा होने के बाद एसीबी ने एनएचएआइ के तत्कालीन क्षेत्रीय अधिकारी हेमराज, ठेकेदार राकेश कुमार चौधरी सहित अन्य के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। आरोप है कि इसमें सबसे कम बोली लगाने वाले राकेश चौधरी को ठेका दे दिया गया था।
दूसरी कम बोली वाले से चर्चा तक नहीं
सीबीआइ में शिकायत के अनुसार हाईवे की ओर से जारी टेंडर में दूसरी कम बोली मोहन दास द्वारा लगाई गई थी। लेकिन इनकी बोली को पूरी तरह निरस्त किया गया। इस आवेदक के साथ चर्चा तक नहीं की गई। मोहन दास ने इस मामले को कोर्ट में भी उठाया था। बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं की गई। जांच में भी यह भी पाया गया कि राकेश कुमार चौधरी ने जो अनुभव प्रमाणपत्र दिया, उसमें जिस कार्य को अपना अनुभव बताया, वो कहीं शामिल नहीं था।