आवाज़ ए हिमाचल
17 मार्च। प्रदेश के जनजातीय जिला लाहुल स्पीति के स्कूलों में छुट्टियों के कैलेंडर में बदलाव होगा। इस जिला के सभी स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बजाए शीतकालीन अवकाश दिया जाएगा। अभी तक जिला में 17 जुलाई से 27 अगस्त तक समर ब्रेक होता था, इसके बजाए अब 1 जनवरी से 14 फरवरी तक विंटर ब्रेक में दिया जाएगा। उच्चतर शिक्षा विभाग ने इसका प्रस्ताव तैयार कर मंजूरी के लिए राज्य सरकार को भेजा है। सरकार यदि इसे मंजूरी देती है तो एक अप्रैल से शुरू होने वाले नए शैक्षणिक सत्र से इसे लागू कर दिया जाएगा। जिला के मानसून और फेस्टिवल ब्रेक में कोई बदलाव नहीं होगा।
शिक्षा विभाग की हाल ही में आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया। इसको लेकर शिक्षक संगठनों से भी चर्चा की गई। छुट्टियों के कैलेंडर में बदलाव केवल लाहुल स्पीति जिला में ही होगा। अन्य 11 जिलों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। शिक्षक संगठनों की तरफ से कई प्रस्ताव आए थे। कई जिलों के कुछ स्कूलों में शीतकालीन अवकाश भी होता है और कुछ स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश। इसमें बदलाव की मांग आई थी, लेकिन विभाग ने इसे फिलहाल नकार दिया है।
कैबिनेट मंत्री के कार्यालय से आया था पत्र
लाहुल स्पीति जिला के शिक्षकों का तर्क है कि सर्दियों में यहां पर काफी ठंड पड़ती है। अन्य जनजातीय क्षेत्रों के स्कूलों में सर्दियों में छुट्टियां पड़ती है, जबकि लाहुल-स्पीति में गर्मियों में छुट्टियां होती हैं। कठिन भौगोलिक हालात को देखते हुए लाहुल-स्पीति में भी शैक्षणिक सत्र 2021-22 से ग्रीष्मकालीन अवकाश की जगह शीतकालीन अवकाश दिया जाए। लाहुल स्पीति के शिक्षकों ने इस मांग को तकनीकी शिक्षा मंत्री डॉ. रामलाल मार्कंडेय के समक्ष रखा था। उन्होंने शिक्षा विभाग के समक्ष इस मुद्दे को रखकर इसमें संशोधन की मांग उठाई थी।
अतिरिक्त शिक्षा निदेशक (उच्चतर शिक्षा) डा. प्रमोद चौहान की ओर से इस संबंध में सभी शिक्षा उपनिदेशकों, स्कूल प्रवक्ता संघ और डीपीई संघ को पत्र लिखकर उनके सुझाव मांगे है। 25 फरवरी तक शिक्षा निदेशालय को काफी सुझाव आए थे। इसके बाद विभगाीय स्तर पर हुई बैठक में इस पर चर्चा के बाद प्रस्ताव तैयार कर सरकार को भेज दिया है। इससे पहले शिक्षा विभाग ने 24 जून 2019 को ग्रीष्मकालीन अवकाश वाले स्कूलों के छुट्टियों के कैलेंडर में बदलाव किया था।