आवाज़ ए हिमाचल
ब्यूरो,हिमाचल
13 मार्च।नगर निगम धर्मशाला की जनता ने कांग्रेस कार्यकाल के पांच साल डर के माहौल में रही है। जनता को छोटे से छोटे कार्य के लिए भी नगर निगम में चक्कर कटवाए गए हैं, जिसका हिसाब अब नगर निगम धर्मशाला की जनता कांग्रेस से चुकाएगी। शनिवार को नगर निगम धर्मशाला के विभिन्न वार्डों में हुई जनसभाओं में विधान सभा क्षेत्र धर्मशाला के विधायक विशाल नैहरिया ने कहा कि कांग्रेस समर्थित नगर निगम धर्मशाला में एनओसी और प्रमाण पत्र बनवाने के लिए न केवल लोगों से बार-बार चक्कर लगवाए गए, जबकि वार्डों में विकास कार्य में भी भेदभाव किया है। केंद्र और भाजपा सरकार ने धर्मशाला नगर निगम के विकास में कोई भी कसर नहीं छोड़ी, लेकिन कांग्रेस ने नगर निगम धर्मशाला में विकास कार्यों को ठप्प रखा, जिसका नुकसान क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ा है। केंद्र सरकार से धर्मशाला को मिले स्मार्ट सिटी के तोहफे को कांग्रेस अपनी उपलब्धि बताती है, लेकिन जनता जानती है कि केंद्र सरकार से जब धर्मशाला को स्मार्ट सिटी घोषित किया गया था, तो उस दौरान केंद्र से मिले बजट को खर्च करने में तत्कालीन कांग्रेस सरकार फिसडी साबित हुई थी। प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद ही स्मार्ट सिटी के कार्यों में रफ्तार पकड़ी थी। इसी का परिणाम है कि 181 करोड़ रुपये की 28 परियोजनाओं का कार्य पगति पर है और 41 करोड़ की छह परियोजनाओं की निविदाएं आमंत्रित की गई हैं।शनिवार को नगर निगम धर्मशाला वार्ड नंबर-16 शिला चौक, वार्ड नंबर-05 खजांची मौहल्ला, वार्ड नंबर-03 मैक्लोडगंज के खुलेड़, वार्ड नंबर-06 और वार्ड नंबर-04 में जनसभा हुई। इस मौके पर नगर निगम धर्मशाला उप महापौर श्री ओंकार नैहरिया, पार्षद तजेंद्र कौर, जिला भाजपा चंबा के अध्यक्ष श्री डीएस ठाकुर, मंडल भाजपा धर्मशाला अध्यक्ष अनिल चौधरी, उपाध्यक्ष दीनेश बरसैण, महामंत्री राजेश वर्मा, रविकांत शर्मा, नानक, कांता सोनी, राजेंद्र कुमार सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।