आवाज़ ए हिमाचल
अभिषेक मिश्रा,बिलासपुर
10 मार्च।बिलासपुर सदर तहसीलदार कार्यलय की हालत बड़ी दयनीय है। पिछले कई वर्षों से यह कार्यलय स्टाफ की कमी से जूझ रहा है। यह बात जिला कांग्रेस महासचिव संदीप सांख्यान ने कहते हुए कहा कि जिला बिलासपुर मुख्यालय में यह कार्यलय सबसे ज्यादा अहमियत वाला है, इस कार्यलय में सबसे ज्यादा लोंगो की आवाजाही रहती है। इस कार्यलय की सेवाओं पर किसान वर्ग, छात्र वर्ग, जमीनी विवादों में न्याय पाने वाला वर्ग, जमीनों की खरीद फरोख्त व जमीन बेचने वाला वर्ग, अपनी जमीनों की पैमाइश करवाने वाले वर्ग और बिलासपुर जिला का भाखड़ा विस्थापिटन का एक बड़ा वर्ग सभी इस महत्वपूर्ण कार्यलय पर निर्भर करते है। जबकि इस कार्यलय की हालत ऐसी है इसमें एक फील्ड कानूनगों तक नहीं है, सिर्फ एक ही कानूनगों है जो सप्ताह में कुछ दिन कार्यलय में सेवाएं देता है और सप्ताह के बाकी दिन फील्ड में सेवाएं देता है जबकि फील्ड कानूनगो की पोस्ट काफी समय से खाली चल रही है तो ऐसे में लोंगो निशानदेही तक नहीं मिल पा रही है। हैरानी की बात तो यह है कि इस कार्यलय में तहसीलदार के पास रीडर तक नहीं है। बिलासपुर विस्थापितों का शहर है और सबसे ज्यादा रेवन्यू लिटिगेशन भी यहीं पर है तो ऐसे बड़ा सवाल है कि जो मौजूदा तहसीलदार पर शहर के विस्थापितों की सेटलमेंट और रेवन्यु पिटीशन का कार्यभार भी ज्यादा रहता है तो ऐसे में यहाँ पर तहसीलदार रूरल की पोस्ट होना बड़ा लाजमी है। ऐसे में सदर के कुछ पटवार सर्कलों में जमाबंदियाँ व इंतकाल भी पूरे नहीं हो पाए है। संदीप सांख्यान ने कहा कि ऐसे में जिला के लैंड कलेक्टर को और सरकार सोचना चाहिए कि इस कार्यलय में रोजमर्रा की आपाधापी से जो आमजन को समस्याओ से दो चार होना पड़ता है उससे निजात मिलनी चाहिए। ऐसे में प्रदेश सरकार को भी चाहिए कि सदर तहसील में एक तहसीलदार अर्बन और एक रूरल होना बड़ा जरूरी है ताकि विस्थापितों के इस शहर में लोंगो को राजस्व विभाग से संबंधित समस्याओं से निजात मिल सके।